राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुल क्षतिग्रस्त, यातायात रोका,
संवाद सूत्र कालसी/साहिया दिल्ली-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सैदन गदेरे पर वर्ष 1960 में बना प
संवाद सूत्र, कालसी/साहिया: दिल्ली-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सैदन गदेरे पर वर्ष 1960 में बना पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। जिसके चलते एनएच अधिकारियों ने पुल से वाहनों का आवागमन बंद कर दिया है, साथ ही पुल पर पत्थर व किनारों पर मिट्टी डलवाकर जेसीबी से खाई भी खुदवाई है, ताकि कोई वाहन पुल से न गुजर सके। वर्तमान में कालसी-बैराटखाई-नागथात मोटर मार्ग से ट्रैफिक सुचारू रूप से चल रहा है। एनएच अधिकारियों ने कहा कि बड़कोट डिवीजन से लोहे का तैयार पुल लाकर यहां पर लगाया जाएगा, जिससे तीन चार दिन में ही राजमार्ग पर यातायात पहले की तरह से सुचारू हो जाएगा।
दरअसल सैदन गदेरे पर बना पुल काफी पुराना हो गया था। दिल्ली- यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बाड़वाला जुडडो के किलोमीटर 29 पर वर्ष 1960 में सैदन गदेरे पर बने साढ़े पांच मीटर चौड़े व करीब 12 मीटर लंबे पुल पर भारी वाहनों का आवागमन होने से वह क्षतिग्रस्त हो गया है और धंस भी रहा है। मौके पर एनएच अधिकारियों व तहसील के राजस्व निरीक्षक कानूनगो अनिल कुमार आदि ने निरीक्षण किया। रविवार को जिस समय पुल क्षतिग्रस्त हुआ, गनीमत यह रही कि कोई भारी वाहन पुल से नहीं गुजर रहा था, पुल के एक साइड की रेलिग टूट गई है, साथ ही पुल से वाहनों के गुजरने पर हादसे का खतरा देख निरीक्षण कर रहे अधिकारियों ने इस पुल से यातायात बंद कर दिया। अब ट्रैेफिक कालसी बैराटखाई नागथात मोटर मार्ग से सुचारू रूप से गुजर रहा है। पुराने पुल के क्षतिग्रस्त होने से पशगांव खत के दो दर्जन से अधिक गांवों के ग्रामीणों के आवागमन की समस्या बढ़ गई है, क्योंकि पुराने पुल से खत के ग्रामीणों को आवागमन में सहुलियत थी। अधिकारी भी मानते हैं कि पुराने पुल पर भारी वाहनों का आवागमन होने से पुल को नुकसान पहुंचा है। सैदन गदेरे के पास पुल के क्षतिग्रस्त होने से जौनपुर व यमुनाघाटी के ग्रामीणों की परेशानी कुछ बढ़ गई है। उधर, कालसी तहसील के राजस्व निरीक्षक अनिल कुमार ने डीएम को क्षतिग्रस्त पुल के संबंध में रिपोर्ट भेजी है। उधर, एनएच के सहायक अभियंता मानवेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि अधिशासी अभियंता ने मोटर मार्ग पर वेलिनेटर पुल बनाने, सड़क पर यातायात बंद करने के डेलीनेटर लगाए जाने व रात में दोपहिया वाहन भी बंद करने के निर्देश अधीनस्थों को दिए हैं। पुल क्षतिग्रस्त होने के संबंध में देहरादून, टिहरी, उत्तरकाशी कंट्रोल रूम को भी जानकारी दी गई है। जिसके चलते पुल के दोनों ओर जेसीबी से खाई खुदवाई गई है। जिससे कोई भी दोपहिया व चोपहिया वाहन क्षतिग्रस्त पुल से न गुजर सके। क्योंकि क्षतिग्रस्त पुल पर भारी वाहनों का आवागमन तो बंद था, लेकिन छोटे वाहनों के गुजरने से हादसे की आशंका बढ़ गई थी, जिसके चलते आवागमन रोका गया है। बड़कोट डिवीजन से लोहे का तैयार पुल लाने के लिए जेई को मौके पर भेजा गया है। जिसे लगाकर दो चार दिन में ही यातायात सुचारू कर दिया जाएगा।