ग्रामीणों के लिए सड़क नहीं, रसूखदार चला रहे जेसीबी
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: यमकेश्वर प्रखंड में धमांद से चमनपुर गांव तक विभागों की अड़चन के चलते गांव तक
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: यमकेश्वर प्रखंड में धमांद से चमनपुर गांव तक विभागों की अड़चन के चलते गांव तक सड़क नहीं पहुंच पा रही है। मगर, इसी धमांद क्षेत्र में पोखरी के पास रसूखदार लोगों ने अपने निजी फायदे के लिए ग्रामीणों की जमीन पर जेसीबी चलवा दी। दिउली, कोठार, बस्तोला और धमांद के ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो प्रशासन ने जेसीबी को जब्त कर लिया।
ग्रामीणों को सड़क सुविधा का लाभ पहुंचाने के लिए पौड़ी जिला प्रशासन द्वारा दिउली से धमांद तक सड़क का निर्माण शुरू कराया गया। मगर, धमांद से चमनपुर को जोड़ने की जब बात आई तो वन विभाग रोड़ा बनकर खड़ा हो गया। स्थानीय विधायक रितु खंडूडी के हस्तक्षेप से यह तय हुआ कि इको विकास समिति के माध्यम से चमनपुर तक सड़क बनेगी। हालांकि, यह काम अभी लंबित है। इसके विपरीत झिलमिल गुफा पोखरी के पास स्थित हर्बल उत्पादन से जुड़े एक रसूखदार की निजी जमीन है। ग्रामीणों ने बताया कि इस भूमि तक पार्वती मंदिर भोन से पोखरी तक उक्त लोगों द्वारा सड़क निकालने का प्रयास किया गया। मगर, ग्रामीणों के विरोध के चलते यह लोग सफल नहीं हो पाए। अब इन्होंने जो नया रास्ता निकाला है, उसमें ग्रामीणों की जमीन आ रही है। मगर, बिना किसी अनुमति ग्रामीणों की जमीन काटकर सड़क का काम शुरू कर दिया गया। चअड़ के समीप लगी जेसीबी को ग्रामीणों द्वारा रोक दिया गया। मामला तहसील प्रशासन तक पहुंचा तो जेसीबी जब्त कर ली गई। डोरंडा तोक से सड़क क¨टग का काम शुरू किया जा चुका था। पोखरी से पूर्व की ओर करीब 150 मीटर भूमि राजाजी राष्ट्रीय पार्क की है। जहां तक यह लोग अभी नहीं पहुंच पाये है। बसटोला निवासी पूरण कैंतुरा ने पूरे मामले की शासन से जांच कर ग्रामीणों की जमीन बचाने की मांग की है। इस मामले में उप जिलाधिकारी यमकेश्वर कमलेश मेहता ने बताया कि तहसीलदार द्वारा जेसीबी को जब्त किया जा चुका है। पूरे मामले की रिपोर्ट ली जा रही है।