उत्तराखंड बोर्ड: हाईस्कूल-इंटर की वरीयता सूची में छाए विद्या मंदिर के होनहार
विद्या मंदिर जैसे स्कूल भी हैं जहां शिक्षकों को बमुश्किल माह का गुजारा करने भर की पगार भी नहीं मिलती। फिर भी परीक्षा परिणाम में यहां छात्र मेरिट लिस्ट में हैं।
देहरादून, जेएनएन। तगड़ा सरकारी तामझाम और भारी-भरकम बजट खर्च। तनख्वाह भी मास्साब मोटी ले रहे हैं। मगर, रिजल्ट में इसका प्रतिबिंब नहीं दिख रहा। नतीजे देने में सरकारी स्कूल फिसड्डी हैं। वहीं दूसरी तरफ विद्या मंदिर जैसे स्कूल भी हैं। जहां शिक्षकों को बमुश्किल माह का गुजारा करने भर की पगार भी नहीं मिलती। फिर भी परीक्षा परिणाम देखिए, हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की मेरिट लिस्ट में वर्चस्व विद्या मंदिरों का है।
सरकारी शिक्षा व्यवस्था में सालभर शिक्षकों की मुट्ठियां तनी दिखती हैं। कभी किसी तो कभी किसी कारण। बाकी वक्त तरह-तरह की ड्यूटी में गुजर जाता है। बच्चे बस भगवान भरोसे हैं। पास हो गए तो किस्मत और न हुए तो भांति-भांति के बहाने। आश्चर्य तो इस बात का है कि इतना सब होने पर भी मास्साब जैसी लाचारगी व बेबसी किसी अन्य महकमे के कार्मिकों में देखने को नहीं मिलती। शायद यही वजह है कि रिजल्ट देने में सरकारी स्कूल फिर पिछड़ गए।
इधर, विद्या मंदिर हैं। जहां शिक्षकों के कंधे पर शिक्षा ही नहीं अन्य तमाम जिम्मेदारियां भी हैं। वह काम से जी नहीं चुरा सकते, न शिक्षणेत्तर गतिविधियों में शामिल होने से इंकार कर सकते हैं। खुद से अधिक बच्चों पर ध्यान देते हैं। कोई बच्चा पढ़ाई में कमजोर है, तो उसके कारण पता लगाने पड़ते हैं। उसकेघर जाकर, माता-पिता से चर्चा कर। उपचारात्मक शिक्षण इनकी दिनचर्या का एक महत्वपूर्ण अंग है।
तनख्वाह इतनी कि माहभर का गुजारा बमुश्किल होता है। नियम-कायदे में बंधे रहकर गुरुजी ने जो परिणाम दिया वह सामने है। उत्तराखंड बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा में गांव-शहर हर जगह विद्या मंदिरों का जलवा है। हाईस्कूल की मेरिट लिस्ट में जगह पाने वाले 219 बच्चों में 107 विद्या मंदिरों से हैं। जबकि, इंटरमीडिएट की मेरिट लिस्ट में शामिल 100 बच्चों में 45 विद्या मंदिर से। सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि परिणाम की कसौटी पर कौन कितना खरा है।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड बोर्ड: 10वीं की टॉपर अनन्ता सकलानी बनना चाहती हैं आइएएस अधिकारी
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड बोर्ड: 12वीं की टॉपर शताक्षी तिवारी बनाना चाहती है खगोल शास्त्री
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप