Valmiki Jayanti 2020: कोरोना के चलते सादगी से मनी वाल्मीकि जयंती, भंडारे का आयोजन
वाल्मीकि जयंती पर शहर में भंडारे का आयोजन किया गया। साथ ही पूजा-अर्चना कर प्रसाद वितरित किया गया। जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा महर्षि वाल्मीकि का भारतीय ऋषि परंपरा में अपना विशिष्ट स्थान है।
देहरादून, जेएनएन। महर्षि वाल्मीकि जयंती पर शहर में भंडारे का आयोजन किया गया। साथ ही पूजा-अर्चना कर प्रसाद वितरित किया गया। जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा महर्षि वाल्मीकि का भारतीय ऋषि परंपरा में अपना विशिष्ट स्थान है, वे सनातन परंपरा के पहले ऋषि थे और युग द्रष्टा भी थे।
वाल्मीकि जयंती के अवसर पर प्रेमनगर में वाल्मीकि कल्याण समिति के तत्वाधान में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें बतौर मुख्य अतिथि सूर्यकांत धस्माना पहुंचे। उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की कथा रामायण के रूप में महर्षि वाल्मीकि ने भगवान राम के जन्म से पहले ही रच दी थी। धस्माना ने कहा कि आज के युग में जो समाज भगवान महर्षि वाल्मीकि के नाम से जाना जाता है वो समाज में सबसे अंतिम पंक्ति में खड़ा है और आज जब हम अपने आराध्य अपनी आस्था और विश्वास के केंद्र मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की अमर कथा के रचयिता की जयंती मना रहे हैं तो हमारा यह कर्तव्य है कि हम उनके नाम से प्रचलित समाज के उत्थान के लिए काम करें।
इस अवसर पर वाल्मीकि समाज कल्याण समिति के अध्यक्ष अमित कुमार, पूर्व अध्यक्ष राधे लाल ने सूर्यकांत धस्माना को समाज की ओर से पगड़ी पहना कर सम्मानित किया। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीवान बिष्ट, छावनी परिषद के पार्षद जितेंद्र तनेजा, प्रेमनगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहित ग्रोवर, संग्राम सिंह पुंडीर, आशीष देसाई, अखिलेन्द्र प्रताप, कैलाश वाल्मीकि ने भी अपने विचार व्यक्त किये। पूजा-अर्चना और सम्मान कार्यक्रम के बांद मंदिर में विशाल भंडारा आयोजित किया गया।
प्रसाद किया गया वितरित
महर्षि वाल्मीकि के जन्मोत्सव पर शहर में जगह-जगह पूजा कर प्रसाद वितरित किया गया। वाल्मीकि समाज के सदस्यों ने महर्षि वाल्मीकि के जयकारे लगाए। सहारनपुर चौक पर वाल्मीकि युवा संगठन इंद्रेशनगर के सदस्यों ने सुबह वाल्मीकि के चित्र की पूजा की। इसके बाद आने जाने वालों को प्रसाद के रूप में फल वितरित किए गए। संगठन के सदस्य राहुल ने बताया कि हर वर्ष शिवाजी धर्मशाला से सहारनपुर चौक होते हुए प्रिंस चौक तक शोभायात्रा निकाली जाती थी, लेकिन कोरोनाकाल में प्रशासन के नियमों का पालन करते हुए इस बार जन्मोत्सव सादगी के साथ मनाया जा रहा है।
इस दौरान अरुण वाल्मीकि, प्रदीप, संतोष वाल्मीकि, नेमचंद, अनिल, गोपालदास, श्याम कुमार, विशाल रहे। वहीं, रेलवे स्टेशन पर रेलवे कर्मचारियों ने भी पूजा अर्चना के बाद हलवा, खीर, कड़ी चावल, फल का भोग लगाया, इसके बाद प्रसाद भक्तों में बांटा। इस मौके पर मोंटी, दीपक, आकाश, शिवकुमार, रूपेश, अक्षय, राहुल, मोनू आदि रहे।
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