अयोध्या पर फैसला: देवभूमि से उठी शांति और सद्भाव की आवाज
अयोध्या पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के मद्देनजर सरकार ने सभी जिलों में निषेधाज्ञा लागू की हुई थी लेकिन देवभूमि ने शांति और सद्भाव का पैगाम देकर फैसले का सम्मान किया।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। अयोध्या पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के मद्देनजर सरकार ने भले ही एहतियाती कदम उठाते हुए सभी जिलों में निषेधाज्ञा लागू की हुई थी, लेकिन देवभूमि ने शांति और सद्भाव का पैगाम देकर अदालत के फैसले का सम्मान किया। सभी धर्म व वर्गों के लोगों ने कहा कि फैसले को किसी की हार अथवा जीत के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। हालांकि, मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रदेशभर में पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड में रहा।
प्रदेश में सरकार ने शनिवार को सभी स्कूल और कॉलेजों में अवकाश घोषित कर दिया था, जबकि माह का द्वितीय शनिवार होने के कारण सरकारी कार्यालयों में अवकाश था। स्कूल-कॉलेजों में अवकाश का कारण राज्य स्थापना दिवस को बताया गया, मगर इसके पीछे अयोध्या मामले के इस बड़े फैसले को ही देखा गया।
बीती शाम यह साफ होने पर कि उच्चतम न्यायालय शनिवार को फैसला सुनाएगा, प्रदेश में अलर्ट घोषित कर दिया गया। पूरे प्रदेश में सुरक्षा केपुख्ता इंतजाम किए गए। संवेदनशील स्थानों पर पुलिस ने फ्लैग मार्च कर लोगों को सुरक्षा का एहसास कराया। अयोध्या पर बहुप्रतीक्षित फैसला आने के मद्देनजर शनिवार सुबह से ही देहरादून, हरिद्वार और ऊधमसिंहनगर समेत राज्यभर में मैदान से लेकर पहाड़ तक लोग टीवी चैनलों पर नजर गड़ाए रहे।
फैसला आने पर लोगों ने किसी तरह की उत्तेजना दिखाने की बजाए संयम से कार्य करते हुए सकारात्मक संदेश दिया। सभी सभी जिलों से आपसी सद्भाव व भाईचारे का पैगाम देते हुए हर वर्ग, हर समुदाय का यही कहना था कि उच्चतम न्यायालय का फैसला सर्वोपरि है। फैसले को किसी की हार-जीत के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए।यह भी पढ़ें: अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को उत्तराखंड में स्थिति सामान्य
देहरादून में पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अशोक कुमार ने कहा कि प्रदेश में दिन शांतिपूर्ण रहा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड से सदा सद्भाव का संदेश दिया गया है और इस बार भी ऐसा ही है। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में पुलिस अलर्ट पर है और शहर के सभ्रांत नागरिकों के संपर्क में है। सभी जगह जनजीवन पूरी तरह से सामान्य है। उन्होंने लोगों से अपील की अफवाहों पर ध्यान न दें।
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