कालेज छात्रों ने पहली बार जाना सीबीसीएस सिस्टम, साढ़े पांच महीने बाद खुले आफलाइन कक्षाओं के लिए
कालेज में दाखिला लेने वाले नए छात्र-छात्राओं को सेमेस्टर प्रणाली के तहत च्वाइस बेस क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) के बारे में बताया जा रहा है। करीब साढ़े पांच महीने बाद प्रदेशभर के विश्वविद्यालय और महाविद्यालय अक्टूबर को आफलाइन कक्षाओं के लिए खुले।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Uttarkhand Education News सभी उच्च शिक्षा संस्थानों में नए प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं को सेमेस्टर प्रणाली के तहत च्वाइस बेस क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) के बारे में बताया जा रहा है। करीब साढ़े पांच महीने बाद प्रदेशभर के विश्वविद्यालय और महाविद्यालय अक्टूबर को आफलाइन कक्षाओं के लिए खुले। इस दौरान 50 फीसद छात्र-छात्राएं ही कालेज पहुंचे। तो चलिए आपको बताते हैं च्वाइस बेस क्रेडिट सिस्टम...
जानिए क्या है च्वाइस बेस क्रेडिट सिस्टम
दरअसल, 12वीं के बाद कालेज में दाखिला लेने वाले बच्चों को सेमेस्टर सिस्टम में पढ़ाई के तरीके की ज्यादा जानकारी नहीं होती। न ही वे ये जानते हैं कि च्वाइस बेस क्रेडिट सिस्टम है क्या। ऐसे में कालेज में नए छात्रों को शुरुआती दौर से ही इसके बारे में जानकारी दी जा रही है। च्वाइस बेस क्रेडिट सिस्टम के तहत सिलेबस को यूनिट में बांट दिया जाता है, जिससे 12वीं के बाद कालेज में दाखिला लेने वाले बच्चों को पढ़ाई में आसानी होती है। हर सेमेस्टर में 75 प्रतिशत हाजिरी अनिवार्य होती है। ऐसा होने पर ही परीक्षा में बैठने दिया जाता है। सेमेस्टर सिस्टम में तीन महीने पढ़ाई, जबकि दो महीने प्रैक्टिकल के लिए होते हैं। तीन महीने के दौरान ही सिलेबस पूरा करना होता है। आपको ये भी बता दें कि पहले सेमेस्टर के क्रेडिट दूसरे सेमेस्टर में जुड़ते हैं और ये सिस्टम इसी तरह से आगे बढ़ता चला जाता है।
गुणवत्ता युक्त शिक्षा की दी जा रही जानकारी
श्रीगुरु राम राय पीजी कालेज पथरीबाग, डीएवी पीजी कालेज, एमकेपी पीजी कालेज, बीएस नेगी महिला पालीटेक्निक संस्थान और अन्य संस्थानों में नए छात्रों को विषय विशेषज्ञों ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) की गाइडलाइन व पाठ्यक्रम से अवगत करवाया। श्री गुरूराम राय पीजी कालेज के सेमिनार हाल में स्नातक प्रथम सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं को यूजीसी गुणवत्ता युक्त शिक्षा नियमों के बारे में जानकारी दी गई।
प्रथम सत्र में प्राचार्य प्रो. वीए बौड़ाई ने बीए के विद्यार्थियों के समक्ष महाविद्यालय का संक्षिप्त परिचय दिया। इसके बाद इस दीक्षारंभ टीम में डा. विजय सिंह रावत, डा. मेहरबान सिंह गुसाईं, डा. सुमंगल सिंह और डा. महेश कुमार ने छात्रों को कालेज जीवन के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया। द्वितीय सत्र में छात्र अधिष्ठाता मेजर प्रदीप सिंह ने बीएससी के विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम और प्रयोगात्मक कक्षाओं के बारे में जानकारी दी। इस सत्र को डा. एचवी पंत, डा. संदीप नेगी, डा. संजय पडालिया, डा. मनोज पुरोहित, डा. अनुभव प्रताप, डा. विवेक कुमार और डा. श्वेता सिंह ने भी संबोधित किया। प्रत्येक सत्र में केवल 100 छात्र छात्राओं का प्रवेश निश्चित किया गया है।
डीएवी-एमकेपी में यह दी गई जानकारी
डीएवी पीजी कालेज में प्राचार्य डा.अजय सक्सेना ने नए छात्रों को कालेज के नियमों से अवगत करवाया। इसके आलावा पुस्तकालय, प्रयोगशाला, एनसीसी और एनएसएस के बारे में जानकारी दी गई। छात्रों को कक्षाओं में कोविड-19 गाइडलान का पालन करने को भी कहा। उधर, एमकेपी पीजी कालेज में प्राचार्य डा. रेखा खरे ने नई छात्राओं को कालेज की गतिविधियों और शैक्षणिक कैंलेडर की जानकारी दी।
शोभना वाही स्कालरशिप बांटी गई
बीएस नेगी महिला पालिटेक्निक संस्थान में शुक्रवार को संस्थान खुलने के पहले दिन रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसमें छात्राओं ने प्रस्तुतियां दी। इस दौरान जरूरतमंद छात्राओं को शोभना वाही स्कालरशिप बांटी गई। संस्थान के चेयरमेन हर्षमणि व्यास ने प्रथम वर्ष की छात्राओं को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के नियमों और पाठ्यक्रमों से अवगत करवाया। इस दौरान छात्रा नंदिता चौहान और कुमारी सुरैया को संस्थान की संस्थापक शोभना वाही की ओर से स्कालरशिप दी गई। उन्होंने बताया कि इस वर्ष से स्टूडेंट आफ इयर अवार्ड भी शुरू किया जाएगा।
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