Uttaranchal Power Engineers Association: दुबे बने पावर इंजीनियर्स एसो. के अध्यक्ष, अमित महासचिव
Uttaranchal Power Engineers Association उत्तरांचल पावर इंजीनियर्स एसोसिएशन के 20वें वार्षिक महाधिवेशन के अंतिम दिन नई कार्यकारिणी का गठन किया गया जिसमें कार्तिकेय दुबे को अध्यक्ष और अमित रंजन को महासचिव चुना गया। महाधिवेशन में विद्युत वितरण क्षेत्र के निजीकरण का विरोध भी किया गया।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Uttaranchal Power Engineers Association उत्तरांचल पावर इंजीनियर्स एसोसिएशन के 20वें वार्षिक महाधिवेशन के अंतिम दिन नई कार्यकारिणी का गठन किया गया, जिसमें कार्तिकेय दुबे को अध्यक्ष और अमित रंजन को महासचिव चुना गया। महाधिवेशन में विद्युत वितरण क्षेत्र के निजीकरण का विरोध भी किया गया।
आइएसबीटी के निकट स्थित इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स के प्रांगण में आयोजित अधिवेशन में ऊर्जा सचिव राधिका झा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। अति विशिष्ट अतिथि के रूप में ऊर्जा निगम के प्रबंधन निदेशक डॉ. नीरज खैरवाल, एआइपीईएफ के चेयरमैन शैलेंद्र दुबे और जल विद्युत निगम के प्रबंध निदेशक संदीप सिंघल शामिल हुए।
अधिवेशन को संबोधित करते हुए शैलेंद्र दुबे ने वर्तमान में देशव्यापी विद्युत वितरण क्षेत्र में निजीकरण के लिए प्रस्तावित इलेक्ट्रीसिटी अमेंडमेंट बिल-2020 और स्टैंडर्ड बीडिंग डॉक्यूमेंट के प्रस्ताव का विरोध किया। साथ ही राज्य के तीनों ऊर्जा निगमों के एकीकरण, समस्त कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन व्यवस्था, नियमित पदों पर नियमित भर्ती, संविदा कॢमयों के नियमितीकरण और ऊर्जा निगमों के लिए पूर्ववर्ती 9, 14, 19 वर्षों के समयबद्ध वेतनमान को लागू करने की मांग उठाई।
सचिव ऊर्जा राधिका झा ने वर्चुअल गूगल मीट के माध्यम से अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि तीनों निगमों के अधिकारी एवं कर्मचारी अपने कार्यों को पूरे मनोयोग से कर रहे हैं। इसलिए वर्तमान में विद्युत वितरण के निजीकरण की कोई मंशा नहीं है। साथ ही उन्होंने कर्मचारियों की लंबित मांगों पर शीघ्र कार्रवाई का भरोसा दिलाया। उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद के महासचिव प्रभात सिंह ने कहा कि उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के अभियंता समान मांगों के लिए एक मंच पर आकर परस्पर सहयोग करते हुए संघर्ष करेंगे।
नई कार्यकारिणी का गठन
अध्यक्ष और महासचिव के अलावा कार्यकारिणी में एनएस बिष्ट को वरिष्ठ उपाध्यक्ष, अनिल मिश्रा, सौरभ पांडे, आशुतोष कटारिया व एनएस टोलिया को उपाध्यक्ष, आशुतोष तिवारी, सौरभ जोशी को संयुक्त सचिव, भारत भूषण गैरोला व डीएस बिष्ट को संगठन सचिव, गिरिराज सिंह व तनवीर अहमद को सहायक सचिव, जतिन सैन को कोषाध्यक्ष, अर्चित भट्ट को प्रचार सचिव और शैली राठी को संप्रेक्षक चुना गया।