उत्तराखंड: टाइगर रिजर्व और नेचर पार्क में 12 वर्ष तक के बच्चों का प्रवेश मुफ्त, एक हफ्ते में जारी होगा जीओ
Uttarakhand Tourism टाइगर रिजर्व नेशनल पार्क वन्यजीव अभयारण्य कंजर्वेशन रिजर्व व नेचर पार्क में 12 वर्ष तक के बच्चों को मुफ्त प्रवेश दिया जाएगा। अपर मुख्य सचिव आनंद वर्द्धन ने इसके लिए एक सप्ताह के भीतर शासनादेश जारी करने के निर्देश दिए हैं।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। Uttarakhand Tourism उत्तराखंड के टाइगर रिजर्व, नेशनल पार्क, वन्यजीव अभयारण्य, कंजर्वेशन रिजर्व व नेचर पार्क में 12 वर्ष तक के बच्चों को मुफ्त प्रवेश दिया जाएगा। अपर मुख्य सचिव आनंद वर्द्धन ने इसके लिए एक सप्ताह के भीतर शासनादेश जारी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अल्मोड़ा के सामेश्वर अस्पताल को उच्चीकृत करने संबंधी आदेश भी 15 दिनों के भीतर जारी करने को कहा है। राज्य आंदोलनकारियों को सभी मेडिकल कालेजों में मुफ्त इलाज की सुविधा सुनिश्चित करने के भी उन्होंने निर्देश दिए।
अपर मुख्य सचिव आनंद वर्द्धन ने सोमवार को वन विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग व चिकित्सा शिक्षा से संबंधित मुख्यमंत्री घोषणाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिन घोषाणाओं पर निर्णय व शासनादेश जारी हो चुका है, उनमें शत-प्रतिशत लाभार्थियों को लाभ अनुमन्य करते हुए इसकी सूचना मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने घोषणा पोर्टल पर नियमित रूप से सूचनाओं को अपडेट करने व विभागीय स्तर पर घोषणाओं की गहन समीक्षा करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि गोल्डन कार्ड से संबंधित शासनादेश अविलंब जारी किया जाए और लालढांग में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सुदृढ़ीकरण के लिए कार्य शुरू किया जाए। इसके साथ ही खटीमा में एक माह के भीतर डायलिसिस केंद्र व लालढांग में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सुदृढ़ीकरण के संबंध में कार्य शुरू किया जाए। वन विभाग की समीक्षा करते हुए उन्होंने प्रदशेवासियों को वनों एवं वन्य जीवों से जुड़ी आर्थिकी से जोड़ने के लिए सीएम यंग इको प्रिन्योरशिप स्कीम का प्रस्ताव तत्काल तैयार कर अनुमोदन के लिए प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
उन्होंने ऋषिकेश विधानसभा के अंतर्गत गुलदार, हाथी एवं अन्य जानवरों से प्रभावित क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए समुचित व्यवस्था करने को भी कहा। बैठक में सचिव अमित नेगी, डा पंकज कुमार पांडेय, प्रभारी सचिव एसएन पांडेय और अपर प्रमुख वन संरक्षक जीएस पांडेय उपस्थित थे।