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उत्तराखंड: रोडवेज कर्मचारी यूनियन के पैंतरे में फंसा रोडवेज प्रबंधन, जानिए पूरा मामला

Uttarakhand Roadways लंबित वेतन के भुगतान समेत बर्खास्त शाखा मंत्री संदीप कुमार की बहाली और दागी अफसरों को हटाने की मांग पर पांच दिन से हड़ताल पर बैठी रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने ऐन वक्त पर अपना पैंतरा बदल लिया।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Wed, 13 Jan 2021 10:08 AM (IST)Updated: Wed, 13 Jan 2021 10:08 AM (IST)
उत्तराखंड: रोडवेज कर्मचारी यूनियन के पैंतरे में फंसा रोडवेज प्रबंधन, जानिए पूरा मामला
उत्तराखंड: रोडवेज कर्मचारी यूनियन के पैंतरे में फंसा रोडवेज प्रबंधन।

अंकुर अग्रवाल, देहरादून। लंबित वेतन के भुगतान समेत बर्खास्त शाखा मंत्री संदीप कुमार की बहाली और दागी अफसरों को हटाने की मांग पर पांच दिन से हड़ताल पर बैठी रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने ऐन वक्त पर अपना पैंतरा बदल लिया। प्रबंधन ने बुधवार सुबह से यूनियन की प्रस्तावित प्रदेशव्यापी हड़ताल को देखते हुए दून के आरएम और प्रभारी एजीएम को हटा तो दिया, लेकिन यूनियन ने अपने नेता की बहाली की मांग ऐन वक्त पर वापस ले ली। यूनियन ने अब सभी मंडलों में लंबित अनुशासनात्मक प्रकरणों में दोषी व आरोपी कर्मचारियों पर कार्रवाई की जिद पकड़ ली है। इससे प्रबंधन के लिए इधर कुआं उधर खाई वाली स्थिति हो गई है। 

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कर्मचारी यूनियन ने बुधवार सुबह पहली बस सेवा से पूरे प्रदेश में चक्का जाम करने का एलान किया। यूनियन ने अब अपना स्टैंड साफ कर दिया है कि वह ऐसे समस्त कार्मिकों पर कार्रवाई चाहती है, जो विभिन्न अनुशासनात्मक प्रकरणों के आरोपी व दोषी हैं। इसमें सिर्फ कर्मचारी यूनियन के सदस्य नहीं बल्कि रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद व उत्तराखंड रोडवेज इम्प्लाइज यूनियन के सदस्य भी शामिल हैं।

इन सभी संगठनों के दर्जनों पदाधिकारियों और सदस्यों के खिलाफ दर्जनों शिकायतें दर्ज हैं। रुड़की में सोमवार को चालक की पिटाई प्रकरण में भी संयुक्त परिषद के दो प्रांतीय नेता शामिल बताए जा रहे। कर्मचारी यूनियन इन दोनों पर कार्रवाई की मांग भी कर रही। ऐसे में अब सभी की निगाह बुधवार दोपहर प्रबंधन और यूनियन के बीच होने वाली वार्ता पर टिकी हैं। ऐसी स्थिति में दूसरे कर्मचारी संगठनों में हड़कंप मचा हुआ है। 

रुड़की पिटाई कांड में लीपापोती

रुड़की में सोमवार को बुजुर्ग चालक की पिटाई के मामले में प्रबंधन लीपापोती करने में जुटा हुआ है। मंगलवार सुबह दिल्ली से जैसी ही बस चालक विनोद पाल देहरादून कार्यशाला पहुंचा वहां कुछ आरोपित दोनों लिपिक व उनसे जुड़े कर्मचारियों ने उसे घेर लिया। आरोप है कि चालक से जबरन एक समझौता पत्र लिखा लिया। बता दें कि गत रोज स्टॉफ के लिए बस न रोकने पर दिल्ली बस ले जा रहे ग्रामीण डिपो के चालक की रुड़की डिपो में दो लिपिक ने पिटाई कर दी थी। इसमें लिपिक नाथूराम और सतवीर के विरुद्ध चालक व यात्रियों ने रुड़की एजीएम को लिखित शिकायत दी थी। डिपो में लगे सीसी कैमरे में भी पिटाई की घटना कैद हो गई थी। रोडवेज महाप्रबंधक ने एजीएम से 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी थी। रिपोर्ट मंगलवार को मुख्यालय पहुंच भी गई, लेकिन प्रबंधन ने अभी तक कार्रवाई नहीं की। 

प्रवर्तन कार्य देखेंगे कपूर और पैन्यूली

हटाए गए आरएम देहरादून सीपी कपूर व ग्रामीण डिपो के प्रभारी एजीएम रामलाल पैन्यूली अब मुख्यालय में प्रवर्तन कार्य की जिम्मेदारी संभालेंगे। पैन्यूली को यातायात अधीक्षक के पद पर रिवर्ट किया गया है। 

पांचवें दिन भी ठप रहा बस संचालन

दून मंडल में हड़ताल के कारण मंगलवार को पांचवें दिन भी बसों का संचालन ठप रहा। कर्मचारी यूनियन के सदस्यों ने दून में आइएसबीटी पर प्रदर्शन, नारेबाजी करते हुए रैली निकाली। देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश, रुड़की, कोटद्वार व श्रीनगर डिपो में दिल्ली समेत लंबी दूरी की 75 फीसद बस सेवाएं प्रभावित रहीं। इस दौरान हड़ताली कर्मियों ने हादसे में मृत चालक ओमपाल सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए शोक सभा भी की। 

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