ऊर्जा क्षेत्र में सुधार में निर्धारित लक्ष्य से ज्यादा कामयाबी: राधिका झा
ऊर्जा क्षेत्र में किए जाने वाले सुधार के लक्ष्य को निर्धारित से ज्यादा ऊर्जा निगम ने हासिल कर लिया है। ऊर्जा सचिव राधिका झा ने बताया कि वर्ष 2019-20 में ऊर्जा निगम की विद्युत हानि 20.44 फीसद थी।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। Uttarakhand Power Corporation ईज आफ डूईंग बिजनेस के तहत ऊर्जा क्षेत्र में किए जाने वाले सुधार के लक्ष्य को निर्धारित से ज्यादा ऊर्जा निगम ने हासिल कर लिया है। केंद्र सरकार ने राज्य को जीएसडीपी का अतिरिक्त दो फीसद ऋण सुविधा का लाभ लेने को राज्य में विद्युत हानियों को कम करने के साथ ही उत्पादन से वितरण तक होने वाली विद्युत हानि के गैप में कमी लाने के लक्ष्य निर्धारित किए हैं।
ऊर्जा सचिव राधिका झा ने बताया कि वर्ष 2019-20 में ऊर्जा निगम की विद्युत हानि 20.44 फीसद थी। केंद्र सरकार ने एक अप्रैल 2020 से 31 दिसंबर तक इसमें 1.09 फीसद की कमी का लक्ष्य रखा। इसके मुताबिक ऊर्जा निगम की विद्युत हानि 19.35 फीसद होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि ऊर्जा निगम में निर्धारित लक्ष्य की तुलना में 19.01 फीसद विद्युत हानि रही है। यह लक्ष्य से अधिक है। इसके परिणाम स्वरूप राज्य को 0.05 फीसद का अतिरिक्त ऋण का लाभ लेने की अनुमति मिल सकेगी।
ऊर्जा सचिव ने बताया कि वर्ष 2019-20 के लिए विद्युत उत्पादन से लेकर उसके वितरण तक होने वाली हानियों का गैप 0.40 प्रति यूनिट है। केंद्र सरकार ने इस गैप को 10 फीसद की दर से कम करने का लक्ष्य रखा है। इसके मुताबिक यह गैप 0.36 फीसद होना चाहिए। ऊर्जा निगम इस गैपको 0.28 फीसद रखने में कामयाब रहा है। इससे राज्य को अतिरिक्त ऋण मिलने का रास्ता साफ हो गया है।
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड: 951 बस्तियों के 2743 बच्चों को बड़ी राहत, सीएम त्रिवेंद्र रावत ने परिवहन सेवा को दी मंजूरी