पूर्व सीएम त्रिवेंद्र की सक्रियता से सियासी गलियारों में चर्चा, पढ़िए पूरी खबर
सरकार में नेतृत्व परिवर्तन के बाद कुर्सी गंवाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत इन दिनों चर्चा में है। अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में लिए गए फैसलों की खुलकर पैरवी कर रहे त्रिवेंद्र मंगलवार को देहरादून में अपना कार्यालय खोलने जा रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। सरकार में नेतृत्व परिवर्तन के बाद कुर्सी गंवाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत इन दिनों चर्चा में है। अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में लिए गए फैसलों की खुलकर पैरवी कर रहे त्रिवेंद्र मंगलवार को देहरादून में अपना कार्यालय खोलने जा रहे हैं। इसे उनकी राजनीतिक सक्रियता बढ़ाने की मुहिम के तौर पर देखा जा रहा है।
गैरसैंण कमिश्नरी, देवस्थानम बोर्ड समेत त्रिवेंद्र सरकार के कुछ अन्य फैसलों में तीरथ सरकार द्वारा तब्दीली के बाद से पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के तेवर तल्ख नजर आ रहे हैं। गैरसैंण कमिश्नरी के फैसले को कैबिनेट द्वारा स्थगित रखे जाने पर मुहर लगाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री रावत ने सार्वजनिक रूप से अपने फैसले के पक्ष में कई तर्क रखे। साथ ही चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के बारे में अपनी सरकार का नजरिया रखा था।
अब पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र मंगलवार को देहरादून में नेहरू कालोनी में अपना कार्यालय खोलने जा रहे हैं, मगर इससे संबंधित निमंत्रण पत्र को लेकर वह चर्चा में हैं। निमंत्रण पत्र में न तो भाजपा का चिह्न है और न पार्टी के किसी नेता का फोटो। ऐसे में सियासी गलियारों में चर्चा होना स्वाभाविक ही था। कोई इसे पूर्व मुख्यमंत्री की राजनीतिक सक्रियता बढ़ाने की कड़ी के तौर पर देख रहा है तो कोई वर्तमान सरकार द्वारा उनके फैसलों में किए जा रहे फेरबदल के मद्देनजर तल्खी से जोड़कर देख रहा है।
हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री के नजदीकी व्यक्तियों का कहना है कि रावत अब अपने डिफेंस कालोनी स्थित आवास पर शिफ्ट हो गए हैं। घर में जगह कम होने के कारण उनसे मिलने आने वाले व्यक्तियों को दिक्कत न हो, इसी के दृष्टिगत कार्यालय खोला जा रहा है।
अपर निदेशक स्तर के अफसर से मांगा स्पष्टीकरण
उद्यान विभाग के अपर निदेशक स्तर के एक अधिकारी के इंटरनेट मीडिया पर कथित तौर पर वायरल अशोभनीय कमेंट के सिलसिले में उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है। विभाग के निदेशक डा.एचएस बावेजा ने इस सिलसिले में संबंधित अधिकारी को पत्र भेजा है। पत्र में बताया गया है कि इस अधिकारी की फेसबुक आइडी से कथित तौर पर एक महिला के ब्लाग पर अशोभनीय कमेंट किया गया है।
यह इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। पत्र में कहा गया है कि एक जिम्मेदार पद पर कार्यरत अधिकारी की आइडी से इस प्रकार की टिप्पणी वायरल होना अशोभनीय प्रतीत होता है। इससे अधिकारी के साथ ही विभाग की छवि धूमिल होना स्वाभाविक है। संबंधित अधिकारी से इस बारे में शीघ्र वस्तुस्थिति से अवगत कराने को कहा गया है।
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