Year Ender 2021: सीमित आयोजन के बीच उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने लहराया परचम
Year Ender 2021 कोरोना का असर इस साल भी खेलों पर देखने को मिला। यहीं कारण है कि इस वर्ष भी खेलों के बेहद सीमित आयोजन ही देखने को मिले। जाहिर है इसका खामियाजा खिलाड़ियों को भुगतना पड़ा।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Year Ender 2021 कोरोना का असर इस साल भी खेलों पर देखने को मिला। यहीं कारण है कि इस वर्ष भी बेहद सीमित आयोजन ही देखने को मिले। जाहिर है इसका खामियाजा खिलाड़ियों को भुगतना पड़ा, लेकिन खिलाड़ियों ने उम्मीद नहीं हारी और तमाम नियम कायदों के बीच अपने हुनर के बल पर पदक और पुरस्कार लपके। क्रिकेट, एथलेटिक्स, टेबल टेनिस समेत कुछ अन्य खेलों में खिलाड़ियों ने राज्य से लेकर राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर तक प्रतिभा का परिचय दिया। मौजूदा हालात को देखते हुए आने वाला साल खेल आयोजनों के लिहाज से मुफीद नजर आ रहा है। उम्मीद है कि तमाम खेलों में बड़े स्तर पर आयोजन होंगे और खिलाड़ियों को अपना हुनर दिखाते हुए आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।
क्रिकेट :
वर्ष 2021 भले ही क्रिकेट एसोसिएशन आफ उत्तराखंड के लिए उतार चढ़ाव भरा रहा हो, लेकिन यहां के खिलाडिय़ों की मेहनत ने उत्तराखंड क्रिकेट को बहुत कम समय में बुलंदियों तक पहुंचाया है। बीसीसीआइ के घरेलू सत्र 2021-22 में उत्तराखंड की महिला अंडर-19 टीम ने बीसीसीआइ की वूमेंस अंडर-19 वनडे ट्राफी जीतकर न सिर्फ इतिहास रचा, बल्कि वरिष्ठ टीमों को उत्तराखंड के दमखम से भी परिचय कराया।
वर्ष 2021 में उत्तराखंड क्रिकेट की उपलब्धियां
- उत्तराखंड महिला अंडर-19 टीम ने वूमेंस अंडर-19 वनडे ट्राफी का खिताब जीता। साथ ही उत्तराखंड के खेमे में पहली बीसीसीआइ की ट्राफी आई।
- वूमेंस अंडर-19 वनडे चैलेंजर्स कप में उत्तराखंड के छह खिलाड़ी व एक कोच का चयन
- बीसीसीआइ अंडर-19 पुरुष वनडे चैलेंजर्स ट्राफी में शास्वत डंगवाल व सत्यम बालियान का चयन
- इंडिया अंडर-19 त्रिकोणीय श्रृंखला में शास्वत डंगवाल का चयन
- सीनियर वूमेंस चैलेंजर्स ट्राफी वनडे मैच में अंजू तोमर, पूजा राज व फिजियो मीनाक्षी नेगी का चयन
- दून में सीनियर वूमेंस वनडे ट्राफी के मैचों का सफल आयोजन
- बीसीसीआइ ने उत्तराखंड को दी 22 करोड़ की लागत से इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने की सौगात
युवाओं की प्रेरणाश्रोत स्नेह राणा
भारतीय टीम की सदस्य क्रिकेटर स्नेह राणा युवाओं की प्रेरणाश्रोत हैं। लगातार पांच साल तक भारतीय टीम से दूर रहने के बाद स्नेह राणा की भारतीय टीम में चयन और उनके प्रदर्शन के विरेंद्र सहवाग जैसे दिग्गज भी कायल हैं। स्नेह राणा ने जून 2021 में खेले गए ब्रिस्टन टेस्ट मैच में इंग्लैंड के बल्लेबाजों को अपनी फिरकी की धुन पर नचाने के बाद पिच पर खूंटा डालकर मैच का समीकरण बदलने वाली पारी खेली थी। इंजरी के कारण स्नेह पांच साल तक क्रिकेट से दूर रही थी, लेकिन दृढ़ इच्छा शक्ति के चलने स्नेह ने भारतीय टीम में अपनी दमदार वापसी की है। जोकि युवाओं के लिए प्रेरणादायक है।
वंदना ने उत्तराखंड को ओलिंपिक पदक के साथ दिया अर्जुन पुरस्कार
हाकी में अपनी अलग पहचान बनाने वाली वंदना कटारिया ने वर्ष 2021 में शानदार प्रदर्शन किया है। खासकर ओलिंपिक में वंदना ने भारतीय टीम को कांस्य पदक दिलाने में जो योगदान दिया है वह सराहनीय है। वंदना ने देश के लिए न सिर्फ ओलिंपिक पदक जीता है, बल्कि राष्ट्रपति ने उन्हें अर्जुन पुरस्कार से भी नवाजा है। उत्तराखंड सरकार ने भी वंदना कटारिया को महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग के साथ बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड एंबेसडर बनाया है।
खिलाड़ियों व प्रशिक्षकों ने ओलिंपिक में बढ़ाया मान
टोक्यो ओलिंपिक व पैरालिंपिक में उत्तराखंड के खिलाड़ियों व प्रशिक्षकों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए देश का मान बढ़ाया है। टोक्यो ओलिंपिक में हरिद्वार निवासी हाकी खिलाड़ी वंदना कटारिया ने कांस्य पदक और पैरालिंपिक में बैडमिंटन खिलाड़ी मनोज सरकार ने बैडमिंटन की एसएल-3 कैटेगरी में कांस्य पदक जीतकर देश का मान बढ़ाया है। वहीं, पैरा शूटिंग कोच जय प्रकाश नौटियाल को खेल क्षेत्र में बतौर प्रशिक्षक बेहतर कार्य करने के लिए इस वर्ष द्रोणाचार्य पुरस्कार से नवाजा गया है।
क्रिकेटर रिषभ पंत बने उत्तराखंड के ब्रांड एंबेसडर
उत्तराखंड के रुड़की निवासी क्रिकेटर ऋषभ पंत भारतीय टीम के मुख्य खिलाड़ी हैं। अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग से वह विश्व क्रिकेट में अपनी अलग पहचान बना चुके हैं। प्रदेश सकरार ने उन्हें सम्मानित करते हुए उत्तराखंड का ब्रांड एंबेसडर बनाया है।
कोरोना के बाद भी बड़े आयोजनों की धूम
दूसरी लहर के बाद कोरोना का प्रकोप भले ही कम हुआ है, लेकिन कोरोना का डर अभी आमजन के मन से गया नहीं है। ऐसे में लोग बड़े आयोजन से कतरा रहे हैं, लेकिन उत्तराखंड टेबल टेनिस संघ ने दून में प्रथम राष्ट्रीय रैकिंग टेबल टेनिस चैंपियनशिप का सफल आयोजन किया। इसमें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की धूम रही। इसके अलावा क्रिकेट एसोसिएशन आफ उत्तराखंड की मेजबानी में सीनियर महिला वनडे ट्राफी के इलीट ए ग्रुप के मुकाबले खेले गए। जिसमें दिल्ली, केरल, महाराष्ट्र, असम, त्रिपुरा व झारखंड की टीमों के बीच मैच खेले गए।
युवा पौध तैयार करेगी नई खेल नीति
नई खेल नीति-2021 प्रदेश में युवा खिलाड़ियों की पौध तैयार करने में अहम भूमिका निभाएगी। प्रदेश के युवाओं की खेलों में जन भागीदारी को बढ़ाने के लिए खेल नीति में युवा खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष ध्यान दिया गया है। आर्थिक रूप से कमजोर युवा खिलाड़ियों के लिए मुख्यमंत्री उदयीमान खिलाड़ी उन्नयन योजना और मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना संजीवनी साबित होगी। इससे ना सिर्फ खेल प्रतिभाओं को आरंभिक आयु में खेलों के प्रति रुचि बढ़ेगी, बल्कि छात्रवृत्ति के माध्यम से खिलाड़ी अपनी जरूरतों को भी पूरा कर सकेंगे। इसके अलावा उच्च स्तरीय प्रतियोगिताओं के पदक विजेता खिलाड़ियों को राज्य की सेवाओं में आउट आफ टर्म नौकरी देने का प्रविधान किया गया है। इससे ना सिर्फ प्रदेश की झोली में पदक की संख्या बढ़ेगी, बल्कि बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को जब प्रदेश में ही रोजगार मिलेगा तो खिलाड़ियों के पलायन पर भी रोक लगेगी।
उत्तराखंड के लक्ष्य ने रचा इतिहास
उत्तराखंड के अल्मोड़ा निवासी लक्ष्य सेन विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में प्रतिभाग करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने। सेमीफाइनल मुकाबले में लक्ष्य को भारत के ही किदांबी श्रीकांत ने हराया। उन्होंने कांस्य पदक अपने नाम किया। लक्ष्य ने पहली बार विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में प्रतिभाग किया था। पहले ही विश्व चैंपियनशिप में उन्होंने देश के लिए पदक जीता है।
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