उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने उठाए प्रदेश की अस्मिता और विकल्प पर सवाल
उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने बीते 20 वर्ष में उत्तराखंड की अस्मिता और विकल्प पर सवाल उठाए हैं। राज्य की अब तक की सरकारों के कार्यकाल और प्रदेश की वर्तमान स्थिति पर वक्ताओं ने विचार रखे। शनिवार को उपपा की देहरादून इकाई की ओर से आओ मिलें जुड़ें बदलें कार्यक्रम हुआ।
जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने बीते 20 वर्ष में उत्तराखंड की अस्मिता और विकल्प पर सवाल उठाए हैं। राज्य की अब तक की सरकारों के कार्यकाल और प्रदेश की वर्तमान स्थिति पर वक्ताओं ने विचार रखे। शनिवार को उपपा की देहरादून इकाई की ओर से आओ मिलें, जुड़ें, बदलें कार्यक्रम के तहत एक संवाद गोष्ठी का आयोजन किया गया। अग्रवाल सभा भवन में आयोजित गोष्ठी की पार्टी के कोषाध्यक्ष कुलदीप मधवाल ने अध्यक्षता और केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रभात ध्यानी ने संचालन किया।
केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि दिल्ली की प्रदूषित हवा व राजनीति उत्तराखंड के पर्यावरण व राजनीति के लिए उचित नहीं है। दिल्ली से चलने वाली प्रदूषित हवा और राजनीति ने उत्तराखंड को बदहाल कर दिया है, सभी लोग इस बात से सहमत थे कि राज्य की अवधारणा से जुड़े सवाल राजधानी, जल, जंगल, जमीन, राजधानी, परिसीमन, प्राकृतिक संसाधन, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेती, रोजगार, महिलाओं के अधिकार आदि का क्षेत्रीय पार्टी ही एकमात्र विकल्प है। गोष्ठी में उत्तराखंड महिला मंच की निर्मला बिष्ट, चेतना आंदोलन के शंकर गोपाल, हमारा जनमंच के मनमोहन लखेड़ा, युवा आह्वान के नवीन सती, केशव उनियाल आदि ने भी संबोधित किया।
विधानसभा चुनाव के लिए अभी से जुट जाएं कार्यकर्ता
भाजपा मसूरी मंडल ने बार्लोगंज, कुलड़ी और लंढौर के मलिंगार में तीन शक्ति केंद्र बनाकर कार्यशालाएं की, जिसमें बतौर प्रभारी पूर्व मंडलाध्यक्ष रूप सिंह कठैत मौजूद रहे। इस दौरान कठैत ने कार्यकर्ताओं को आगामी विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों में अभी से जुटने को प्रेरित किया।
कठैत ने कहा कि भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी है और इसके कार्यकर्ता इसकी रीढ़ हैं। ऐसे में हमें पार्टी को पूर्व की भांति प्रचंड बहुमत दिलाना है। इस मौके पर मंडलाध्यक्ष मोहन पेटवाल, मंडल महामंत्री कुशाल राणा, अरविंद सेमवाल, पुष्पा पडियार, गंभीर पंवार, रमेश खंडूड़ी, सुनील रतूड़ी, विजय बुटोला आदि शामिल रहे।
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