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18 साल तक के नवयुवाओं को राष्ट्रीय पार्कों में निश्शुल्क प्रवेश, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने की घोषणा

टाइगर रिजर्व नेशनल पार्क वन्यजीव अभ्यारण्य चिड़ियाघर नेचर पार्क आदि में 18 वर्ष से कम आयु के नवयुवकों को अब निश्शुल्क प्रवेश दिया जाएगा। इससे छात्रों को पर्यटन व ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए ब्रांड एंबेसडर की भूमिका में लाया जा सकेगा।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Sat, 02 Oct 2021 07:10 PM (IST)Updated: Sat, 02 Oct 2021 07:10 PM (IST)
18 साल तक के नवयुवाओं को राष्ट्रीय पार्कों में निश्शुल्क प्रवेश, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने की घोषणा
18 साल तक के नवयुवाओं को राष्ट्रीय पार्कों में निश्शुल्क प्रवेश, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने की घोषणा।

जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड के टाइगर रिजर्व, नेशनल पार्क, वन्यजीव अभ्यारण्य, चिड़ियाघर, नेचर पार्क आदि में 18 वर्ष से कम आयु के नवयुवकों को अब निश्शुल्क प्रवेश दिया जाएगा। इससे छात्रों को पर्यटन व ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए ब्रांड एंबेसडर की भूमिका में लाया जा सकेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वन्यजीव सप्ताह के शुभारंभ अवसर पर यह घोषणा की। उन्होंने प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने और युवाओं को वन व वन्यजीवों के प्रति जानकारी होने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया है। इसके अलावा प्रदेश के सभी स्कूलों में ईको क्लब के गठन के वन विभाग के निर्णय को भी मुख्यमंत्री ने सराहा है।

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शुक्रवार को मालसी स्थित देहरादून चिड़ियाघर में वन्यजीव सप्ताह का शुभारंभ किया गया। इसमें बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड का 71 प्रतिशत भू-भाग वन क्षेत्र है। यहां के स्थानीय व्यक्तियों के आॢथक सुदृढ़ीकरण के लिए वन, वन्यजीव व पर्यावरण के क्षेत्र अत्यंत महत्पूर्ण हैं। स्थानीय निवासियों को वन व वन्यजीवों की आर्थिकी से जोड़ने के लिए सीएम यंग ईको-प्रिन्योर स्कीम की शुरुआत की जाएगी। इस योजना के तहत एक लाख युवाओं को ईको-प्रिन्योर बनाया जाएगा। इस स्कीम के तहत नेचर गाइड, ड्रोन पाइलेट, वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर, ईको टूरिज्म, वन्यजीव टूरिज्म आधारित कौशल को उद्यम में परिवर्तित किया जाएगा।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने बांज वन पोस्टर, बड्र्स आफ उत्तराखंड काफी टेबल बुक, कामन ट्री एंड वाइल्ड फ्लावर आफ उत्तराखंड ई-बुक, कामन बटरफ्लाई आफ उत्तराखंड और उत्तराखंड के जहरीले सांप पुस्तक का विमोचन किया। वन मंत्री हरक सिंह रावत और काबीना मंत्री गणेश जोशी ने वन्यजीव सप्ताह की शुभकामनाएं देते हुए वन कर्मियों से इसे केवल कार्यक्रम तक सीमित न रखते हुए वर्षभर इस दिशा में कार्य करने का आह्वान किया। कहा कि वन्यजीवों की सुरक्षा और मानव-वन्यजीव संघर्ष रोकने को यथासंभव प्रयास किए जाएं। इस अवसर पर वन विभाग के मुखिया राजीव भरतरी, चिड़ियाघर के निदेशक पीके पात्रो समेत तमाम अधिकारी उपस्थित थे।

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जंगल में मुख्यमंत्री की कमर पर चढ़ गया था सांप

वन्यजीव सप्ताह के शुभारंभ कार्यक्रम में वनों के प्रति अपने लगाव को दर्शाते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बचपन के अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि उनका घर खटीमा में नदी के पास घने जंगल से घिरा हुआ है। जब वह छोटे थे तो घर में शौचालय की व्यवस्था नहीं थी। एक दिन वह जंगल में शौच करने गए तो कमर में कुछ महसूस हुआ। हाथ से उन्होंने खुद को झाड़ा तो एक विशालकाय सांप उनके पैर के पास पड़ा था, जिसे देख उन्होंने घर की तरफ दौड़ लगा दी।

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