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उत्तराखंड: उपनल कर्मियों ने दी चेतावनी, दो दिन में कार्रवाई नहीं तो किया जाएगा आंदोलन

उत्तराखंड में उपनल कर्मियों ने एक बार फिर सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने की चेतावनी दी है। समान कार्य-समान वेतन और नियमितीकरण की मांग दो दिन के भीतर पूरी न होने पर उपनल कर्मचारी महासंघ प्रदेशव्यापी आंदोलन करेगा।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Mon, 06 Dec 2021 03:54 PM (IST)Updated: Mon, 06 Dec 2021 03:54 PM (IST)
उत्तराखंड: उपनल कर्मियों ने दी चेतावनी, दो दिन में कार्रवाई नहीं तो किया जाएगा आंदोलन
उत्तराखंड: उपनल कर्मियों ने दी चेतावनी, दो दिन में कार्रवाई नहीं तो किया जाएगा आंदोलन।

जागरण संवाददाता, देहरादून। उपनल कर्मियों ने एक बार फिर सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने की चेतावनी दी है। समान कार्य-समान वेतन और नियमितीकरण की मांग दो दिन के भीतर पूरी न होने पर उपनल कर्मचारी महासंघ प्रदेशव्यापी आंदोलन करेगा। महासंघ ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर गठित समिति की रिपोर्ट कैबिनेट में पेश न किए जाने पर भी नाराजगी जताई है।

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रविवार को उपनल कर्मचारी महासंघ की ओर से गांधी पार्क में बैठक का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष कुशाग्र जोशी और संचालन प्रदेश महामंत्री हेमंत रावत ने किया। जिसमें प्रदेश की कार्यकारिणी एवं देहरादून जिला कार्यकारिणी ने प्रतिभाग किया। इस दौरान वक्ताओं ने बैठक के बिंदु रखे। महामंत्री हेमंत रावत ने कहा कि हाईकोर्ट से केस जीतने के बावजूद सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट एसएलपी डाली गई, उसे तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाए। कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से उपनल कर्मचारियों के मामले में एक समिति बनाई गई थी, जिसके अध्यक्ष काबीना मंत्री हरक सिंह रावत, संयोजक काबीना मंत्री गणेश जोशी और सदस्य काबीना मंत्री धन सिंह रावत को बनाया गया था।

समिति की एक रिपोर्ट कैबिनेट में प्रस्तुत की जानी थी, लेकिन आज तक ऐसा नहीं किया गया। यह कर्मचारियों के साथ छलावा है। ऐसे में उपनल कर्मियों के नियमितीकरण और समान कार्य-समान वेतन का मामला लंबित है। यदि दो दिन के भीतर इस दिशा में कोई निर्णय नहीं लिया जाता तो महासंघ दोबारा आंदोलन करेगा। बैठक में विनोद गोदियाल, राकेश राणा, मुकेश रावत, सुभाष डोभाल, विनय प्रसाद, दीप कंसल, प्रमोद नेगी, लक्ष्मण सिंह आदि मौजूद रहे।

सुंदरलाल सेमवाल अध्यक्ष, जयपाल बने महासचिव

गढ़वाल भ्रातृ मंडल की आम सभा में सुंदरलाल सेमवाल को अध्यक्ष व योगगुरु जयपाल रावत को सर्वसम्मति से महासचिव चुना गया। नवनियुक्त अध्यक्ष पहले भी संस्था में इस जिम्मेदारी को निभा चुके हैं। क्लेमेनटाउन में पूर्व अध्यक्ष रघुनंदन सिंह रावत की अध्यक्षता में आयोजित आम सभा में संस्था के पूर्व महासचिव सर्वेन्द्र सिंह फर्स्वाण ने अभी तक के कार्यों का उल्लेख किया। कोषाध्यक्ष नंदलाल कोठारी ने संस्था की आय-व्यय का ब्योरा रखा। जिसे सर्वसम्मति से पास किया गया। इस दौरान संस्था के नए पदाधिकारियों का भी चुनाव हुआ। पूर्व महासचिव जेएस रावत, आरसीएस रावत, कैप्टन आलम सिंह भंडारी, ओपी बहुगुणा, यशवंती थपलियाल को निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किया गया।

उपाध्यक्ष पद पर आरपी चमोली, सुषमा सजवाण, सचिव पद पर दीपक नेगी, उमराव सिंह गुसाईं, कोषाध्यक्ष पद पर जीतेंद्र खंतवाल, सांस्कृतिक सचिव पद पर ऊषा कोटनाला व रंजूल नौटियाल, जनसंपर्क अधिकारी के पद पर सुबोध नौटियाल, मीडिया प्रभारी पद पर अरुण थपलियाल, लेखा परीक्षक पद पर वाचस्पति विडालिया को चुना गया। नव नियुक्त अध्यक्ष सेमवाल ने बताया कि गढ़वाल भ्रातृ मंडल उत्तराखंड की लोक संस्कृति, विरासत, रीति-रिवाज के संरक्षण व समाज के जरूरतमंद लोग की मदद के लिए विगत कई वर्षों से कार्य कर रही है।

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