बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच सेमेस्टर परीक्षा बनी चुनौती, डीएवी में दस हजार से ज्यादा छात्र देंगे परीक्षा
अशासकीय महाविद्यालयों में 31 जनवरी से आफलाइन मोड में सेमेस्टर परीक्षा प्रारंभ हो रही हैं। परीक्षा को लेकर न केवल छात्र-छात्राएं चिंतित हैं बल्कि शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मचारी भी आशंकित हैं। विशेषकर डीएवी पीजी कालेज में दस हजार से अधिक छात्र-छात्राएं परीक्षा देने वाले हैं
जागरण संवाददाता, देहरादून। बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच सहायता प्राप्त अशासकीय महाविद्यालयों में 31 जनवरी से आफलाइन मोड में सेमेस्टर परीक्षा प्रारंभ हो रही हैं। परीक्षा को लेकर न केवल छात्र-छात्राएं चिंतित हैं, बल्कि शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मचारी भी आशंकित हैं। विशेषकर डीएवी पीजी कालेज में दस हजार से अधिक छात्र-छात्राएं परीक्षा देने वाले हैं। ऐसे में दिनभर में यदि तीन पाली में भी परीक्षा आयोजित करवाई जाती है तो एक पाली में एक हजार से अधिक परीक्षार्थी कालेज परिसर में पहुंचेंगे। छात्र संगठन पहले ही आफलाइन परीक्षा का कड़ा विरोध कर चुके हैं। छात्रों का तर्क है कि जब पढ़ाई आनलाइन हो सकती है तो फिर परीक्षा आनलाइन माध्यम से क्यों नहीं करवाई जा रही है। एनएसयूआइ के प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी का कहना है कि कोरोना संक्रमण के मामले दिनोंदिन बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में परीक्षा आयोजित करना छात्रों की जिंदगी से खिलवाड़ है।
एसजीआरआर पीजी कालेज के प्राचार्य प्रो. वीए बौड़ाई ने बताया कि एसजीआरआर पीजी कालेज में दस से अधिक शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचारी कोरोना संक्रमित हैं। कई शिक्षकों की ड्यूटी विधानसभा चुनाव में लगाई गई है। कई छात्र-छात्राएं भी कोरोना संक्रमित हो सकते हैं। दिनोंदिन संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं ऐसे समय 31 जनवरी से परीक्षा शुरू करना कालेज के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है।
डीएवी पीजी कालेज के प्राचार्य डा.अजय सक्सेना ने कहा, अशासकीय महाविद्यालयों में डीएवी में सबसे अधिक छात्र-छात्राएं हैं। ऐसे में आफलाइन परीक्षा बड़ी चुनौती है। कई शिक्षक, कर्मचारी व छात्र-छात्राएं कोरोना संक्रमित हैं। सेमेस्टर परीक्षा को लेकर विवि ने संशोधित कार्यक्रम भेजा है जिसके अनुसार 31 जनवरी से परीक्षाएं होंगी।
वहीं, डीएवी पीजी कालेज के निवर्तमान छात्रसंघ अध्यक्ष निखिल शर्मा ने बताया कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर चल रही है। एक दिन में करीब पांच हजार मामले सामने आने लगे हैं। ऐसे में डीएवी कालेज में आफलाइन परीक्षा करवाना छात्रों की जान जोखिम में डालने जैसा कृत्य है। कई छात्र-छात्राएं भी बीमार चल रहे हैं और होम आइसोलेट हैं। विवि परीक्षा तिथि की दोबारा समीक्षा करे।
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