Uttarakhand News: निकाय कर्मियों की हड़ताल से नहीं बने जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र, न जमा हुआ भवन कर
दून नगर निगम में जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र भवन कर व पथ प्रकाश से जुड़े सभी कार्य ठप रहे। ठेलियों का लाइसेंस भी नवीनीकृत नहीं हुआ न चालान जुर्माना जमा हुआ। गनीमत रही कि इस हड़ताल में सफाई कर्मचारी शामिल नहीं थे वरना कूड़े से शहर का बुरा हाल तय था।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Uttarakhand News नगर निकाय कर्मचारियों की हड़ताल के चलते सोमवार को दून नगर निगम में जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, भवन कर व पथ प्रकाश से जुड़े सभी कार्य ठप रहे। ठेलियों का लाइसेंस भी नवीनीकृत नहीं हुआ, न ही चालान जुर्माना जमा हुआ। गनीमत रही कि इस हड़ताल में सफाई कर्मचारी शामिल नहीं थे, वरना कूड़े से शहर का बुरा हाल तय था।
कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर 19 सितंबर तक उनकी मांगें न मानी गईं तो वह 20 सितंबर से सूबे में बेमियादी हड़ताल पर चले जाएंगे। जिसमें सामान्य कर्मचारियों के साथ समस्त सफाई कर्मचारी भी सम्मिलित होंगे। प्रस्तावित बेमियादी हड़ताल में सफाई कर्मचारियों के शामिल होने की चेतावनी से शासन-प्रशासन में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। दरअसल, बरसात का मौसम समेत इस समय डेंगू-मलेरिया का प्रकोप भी बना हुआ है। कोरोना भी दोबारा बढ़ने लगा है। ऐसे में अगर सफाई कर्मी हड़ताल पर जाते हैं तो गंदगी के कारण संक्रामक रोग फैलने का खतरा कईं गुना बढ़ सकता है। सरकार हड़ताल का समाधान निकालने में जुट गई है। खुद शहरी विकास मंत्री बंशीधर भगत कर्मचारी नेताओं के संपर्क में हैं और दावा किया कि कर्मचारियों की मांगों का सरकार समाधान निकाल लेगी।
बता दें कि, निकाय कर्मचारी छह सितंबर से आंदोलन पर हैं व पहले चरण में उन्होंने छह से आठ सितंबर तक समस्त नगर निकाय में काले फीते बांध काम किया था। इसके बाद नौ-दस सितंबर को सुबह दस बजे से 11 बजे तक समस्त नगर निकायों में गेट मीटिंग व धरना प्रदर्शन किया गया। आंदोलन के चरण में कर्मचारी सोमवार को एक दिवसीय हड़ताल पर रहे। अब 16 सितंबर से 18 सितंबर तक समस्त नगर निकायों में क्रमिक धरना-प्रदर्शन करने का कार्यक्रम है और 20 सितंबर से समस्त नगर निकायों में बेमियादी हड़ताल पर जाने की तैयारी है।
सामूहिक अवकाश पर पालिका कर्मचारी, कामकाज ठप
नगर निकाय कर्मचारी महासंघ उत्तराखंड के आह्वान पर नगर पालिका परिषद मसूरी के कर्मचारी सोमवार को एक दिन के सामूहिक अवकाश पर रहे। इस कारण शहर की सफाई व्यवस्था ठप रही और पालिका के कार्यालयों में कोई कामकाज नहीं हुआ, जिससे लोग परेशान हुए। पालिका कर्मचारी संघ मसूरी के अध्यक्ष महाबीर सिंह राणा ने बताया कि एक दिवसीय सामूहिक अवकाश पूरी तरह से सफल रहा।
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उन्होंने कहा कि जब तक कर्मचारियों की आठ सूत्रीय मांगें पूरी नहीं होती तब तक नगर निकाय कर्मचारी महासंघ के निर्देश पर कर्मचारियों का आंदोलन जारी रहेगा। 14 से 19 सितंबर तक निकाय कर्मचारी पालिका प्रांगण में क्रमिक धरना प्रदर्शन करेंगे। फिर भी शासन ने मांग नहीं मानी तो 20 सितंबर से कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
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