Lockdown 4.0: उत्तराखंड में हर हफ्ते होगा कोरोना जोन का निर्धारण, ये छह मानक बनेंगे आधार
उत्तराखंड में हर हफ्ते जोन का निर्धारण किया जाएगा। छह मानकों को आधार बनाते हुए यहां जोन तय किए जाएंगे।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश सरकारों को जोन के निर्धारण का अधिकार देने के बाद उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश में भी जोन का निर्धारण कर दिया है। अब हर सप्ताह यह व्यवस्था बदलेगी। इसके तहत केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए छह मानकों को आधार बनाते हुए हर सप्ताह नए सिरे से जोन का निर्धारण किया जाएगा।
उत्तराखंड सरकार ने रविवार को प्रदेश में जिलों के नए जोन का निर्धारण किया है। इसके तहत सात जिले ग्रीन और छह जिले ऑरेंज जोन में रखे गए हैं। बीते दो दिनों में कोरोना के मामलों में लगातार उछाल देखने को मिला है। अब चमोली, बागेश्वर आदि जिलों में भी कोरोना संक्रमित मामले मिलने शुरू हो गए हैं। यह संख्या निकट भविष्य में बढ़ भी सकती है। इस कारण जोन में बदलाव भी संभव है। हालांकि, इन्हें पहले छह मानकों में परखा जाएगा। इन छह मानकों में कुल एक्टिव केस, एक्टिव केस प्रति लाख जनसंख्या, सात दिनों में डबलिंग रेट, मृत्यु दर, टेस्टिंग प्रतिशत प्रति लाख और सेंपल पॉजिटिव रेट शामिल हैं।
अगर इनमें से तीन मानक रेड होते हैं तो जिला रेड जोन, तीन मानक ग्रीन होते हैं तो जिला ग्रीन जोन और शेष में ऑरेंज जोन में रखा जाएगा। हालांकि, अगर ये मामले बढ़ते हैं तो तहसील स्तर पर भी जोन का निर्धारण किया जा सकता है। अपर सचिव स्वास्थ्य युगल किशोर पंत ने बताया कि अब हर सप्ताह जोन का निर्धारण किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि आइसीएमआर ने सैंपल टेस्टिंग के लिए नई गाइडलाइन भी जारी की है। इसमें कुछ नई श्रेणियां भी बढ़ाई गई हैं। लक्षण वाले सभी प्रवासियों के सैंपल लिए जा रहे हैं। सर्विलांस के लिए भी पूल टेस्टिंग के जरिए सैंपल टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई जा रही है।
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