देश के हीरो ऋषभ पंत का बेसब्री से इंतजार कर रहा उत्तराखंड, ऑस्ट्रेलिया में खेली थी धमाकेदार पारी
ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट टीम को उसकी ही धरती पर धूल चटाकर इतिहास रचने वाली भारतीय क्रिकेट टीम भारत पहुंच चुकी है। टीम के सभी खिलाड़ी अपने-अपने गृह क्षेत्र पहुंच गए हैं जहां उनका ऐतिहासिक प्रदर्शन के लिए भव्य स्वागत किया गया।
जागरण संवाददाता, देहरादून। ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट टीम को उसकी ही धरती पर धूल चटाकर इतिहास रचने वाली भारतीय क्रिकेट टीम भारत पहुंच चुकी है। टीम के सभी खिलाड़ी अपने-अपने गृह क्षेत्र पहुंच गए हैं, जहां उनका ऐतिहासिक प्रदर्शन के लिए भव्य स्वागत किया गया। देश को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का ताज दिलाने में सबसे अहम भूमिका निभाने वाले उत्तराखंड के लाल ऋषभ पंत को सम्मानित करने के मौके का प्रदेश की जनता भी बेसब्री से इंतजार कर रही है। खासकर, उनके गृह क्षेत्र रुड़की के लोग ऋषभ के स्वागत के लिए पलक पावड़े बिछाए बैठे हैं। पर ऋषभ अभी घर नहीं पहुंचे हैं।
प्रदेशवासियों को उम्मीद थी कि ऑस्ट्रेलिया से लौटने के बाद ऋषभ सीधे उत्तराखंड आएंगे। इसी उम्मीद में रुड़की में उनके स्वागत की जोरदार तैयारी की गई, लेकिन अब तक लोग ऋषभ का सम्मान करने के लिए उनकी बाट जोह रहे हैं। टीम इंडिया के अन्य खिलाड़ियों का उनके गृह क्षेत्र में सम्मान होने की खबरों से रुड़की वासियों का यह इंतजार और भी कठिन होता जा रहा है। जिस दिन भारत ने निर्णायक टेस्ट मैच में जीत हासिल की थी, उस दिन रुड़की वासियों ने ऋषभ के घर के बाहर मिठाई भी बांटी थी। कई जगह आतिशबाजी भी हुई थी। वहीं, इंटरनेट मीडिया पर चर्चा चल रही है कि ऋषभ इस ऐतिहासिक जीत और अपनी कामयाबी का जश्न खास मित्र मंडली के साथ मना रहे हैं।
इतिहास में दर्ज हुई ऋषभ की पारी
क्रिकेट का इतिहास गवाह है कि ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर टेस्ट मैच में पांचवें दिन बल्लेबाजी करना आसान नहीं होता, फिर चाहे बल्लेबाज कितना भी सिद्धहस्त क्यों न हो। बात जब जीत के लिए एक बड़े स्कोर का पीछा करने की हो तो यहां बल्लेबाजी और भी कठिन हो जाती है। बावजूद इसके भारतीय टीम ने न सिर्फ मैच जीता, बल्कि ऑस्ट्रेलिया को गाबा के मैदान पर 32 साल बाद हार का स्वाद चखाने वाली मेहमान टीम बनी। इसमें उत्तराखंड के लाडले ऋषभ ने अहम भूमिका निभाई।
मैच की चौथी पारी में एक छोर से जहां लगातार विकेटों का पतन हो रहा था। वहीं, दूसरे छोर पर ऋषभ निडर होकर बल्लेबाजी कर रहे थे। निर्णायक मैच में ऋषभ ने 138 गेंद में नौ चौकों और एक छक्के की मदद से 89 रन की पारी खेली। इसी पारी की बदौलत टीम इंडिया को जीत मिली। इस जीत के साथ ऋषभ पूरे देश के हीरो बन गए। इससे पहले तीसरे टेस्ट में भी ऋषभ ने दूसरी पारी में 118 गेंद पर 12 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 97 रन की आतिशी पारी खेली थी। उनकी इस पारी ने भारत को मैच ड्रा कराने में मदद की थी। ऋषभ की ये पारियां आने वाली पीढ़ी के लिए मिसाल बन गई हैं।
सीएयू भी करेगी सम्मानित
क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (सीएयू) भी ऋषभ को सम्मानित करने के लिए उनके उत्तराखंड पहुंचने का इंतजार कर रही है। सीएयू के सचिव महिम वर्मा ने कहा कि ऋषभ ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐतिहासिक जीत दिलाकर देश के साथ प्रदेश का नाम भी रोशन किया है। उनके प्रदर्शन की जितनी तारीफ की जाए, वह कम है। उन्होंने कहा कि फिलहाल ऋषभ के उत्तराखंड आने की कोई जानकारी नहीं है। उत्तराखंड आने पर उन्हें सीएयू की तरफ से सम्मानित किया जाएगा।
ऋषभ के स्वागत में नहीं छोड़ेंगे कोई कसर: प्रदीप बत्रा
रुड़की के नगर विधायक प्रदीप बत्रा ने कहा कि अभी ऋषभ शहर नहीं पहुंचे हैं। जिस दिन वह रुड़की आएंगे, उसी दिन उनका स्वागत किया जाएगा। इसके लिए तैयारियां हो चुकी हैं। उन्होंने विदेश में देश का नाम रोशन किया है। रुड़की के लोग उनके स्वागत में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। वहीं, महापौर गौरव गोयल ने कहा कि ऋषभ रुड़की ही नहीं, पूरे देश की शान हैं। उनका शहर में जोरदार स्वागत होगा।
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