उत्तराखंड बन रहा प्रमुख निवेश गंतव्य: सीएम रावत
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बैंकॉक में आयोजित संगोष्ठी में कहा कि राज्य पर्यटन, वेलनेस टूरिज्म और आयुष सहित कई क्षेत्रों के लिए एक केंद्र के रूप में उभरा है।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में राज्य के प्रतिनिधिमंडल ने बैंकॉक में पर्यटन और खाद्य प्रसंस्करण समेत विभिन्न क्षेत्रों में पूंजी निवेश के लिए थाईलैंड के उद्यमियों और निवेशकों को न्योता दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड प्रमुख निवेश गंतव्य के रूप में उभर रहा है। राज्य में जीवंत उत्पादक औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र उपलब्ध है। उन्होंने विश्वास जताया कि थाईलैंड की कंपनियां राज्य में निवेश के लिए आगे आएंगी।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की मौजूदगी में बैंकॉक में उत्तराखंड में पर्यटन के क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं से संबंधित संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने राज्य में पर्यटन गतिविधियों, पर्यटन क्षेत्रों के विकास व संभावनाओं से संबंधित व्यापक प्रस्तुतीकरण थाईलैंड के उद्यमियों के समक्ष पेश किया।
संगोष्ठी में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य पर्यटन, वेलनेस टूरिज्म और आयुष सहित कई क्षेत्रों के लिए एक केंद्र के रूप में उभरा है। उत्तराखंड आकर पर्यटक खुद को स्वर्ग के नजदीक महसूस करेंगे। राज्य में कई अत्याधुनिक स्पा व योग सेंटर हैं। इनमें प्रशिक्षित योग गुरु व थेरेपिस्ट हैं। केंद्र सरकार ऑल वेदर रोड का निर्माण कर रही है, जिससे तीर्थयात्रियों व पर्यटकों के लिए वर्षभर आवागमन सुविधाजनक होगा।
योग और आयुर्वेद के माध्यम से स्वस्थ शरीर और चित्त के बीच एक आदर्श संतुलन हासिल करने के लिए पर्यटक उत्तराखंड प्रवास पर आकर्षित होते हैं। इसी वजह से राज्य में चिकित्सा पर्यटन पर भी ध्यान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने थाई कंपनियों से राज्य में निवेश में भागीदारी का अनुरोध भी किया। उन्होंने राज्य व थाईलैंड के अधिकारियों के साथ उत्तराखंड में पर्यटन योजनाओं में निवेश के संबंध में आयोजित रोड शो में प्रतिभाग भी किया।
खाद्य प्रसंस्करण में निवेश पर जोर
इसके अतिरिक्त राज्य में खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं पर भी संगोष्ठी हुई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को खाद्य प्रसंस्करण को विशेष क्षेत्र के रूप में चिह्नित किया गया है। राज्य में सामान्य रूप से जैविक खेती की जाती है। राज्य की परिस्थितियां एवं जलवायु विभिन्न प्रजातियों की औषधियों एवं संगध पादपों के कृषिकरण के अनुकूल है। इसके तहत राज्य में संगठित तरीके से कृषिकरण को बढ़ावा दिया जा सकेगा।
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