पीएम मोदी के केदारनाथ दौरे को हरीश रावत ने लिया निशाने पर, बोले- भगवान शिव अहंकार नहीं करते स्वीकार
पीएम मोदी के केदारनाथ दौरे को उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने आड़े हाथ लिया है। रावत ने कहा कि पीएम मोदी केदारनाथ सिर्फ प्रसारण के लिए गए। उन्होंने ये भी कहा कि भगवान शिव अहंकार को स्वीकार नहीं करते।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बाबा केदार के दर्शन-पूजन पर कांग्रेस ने निशाना साधा है। कांग्रेस के उत्तराखंड चुनाव प्रभारी और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला बोला, कहा कि प्रधानमंत्री की केदारनाथ यात्रा उनके अहंकार का प्रदर्शन मात्र है। इसके जरिये का खुद की ब्रांडिंग कर रहे है। आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने केदारपुरी में कांग्रेस के कराए विकास कार्यों का लोकार्पण कर श्रेय लूटने की नाकाम कोशिश की है।
दावा किया कि केदारनाथ धाम में वर्ष 2013 में आयी भीषण आपदा के बाद नए सिरे से निर्माण व विकास कार्य कांग्रेस ने ही शुरू कराए थे और वह ही उसे पूरा भी कराएगी। कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का केदारनाथ धाम का दौरा महज अपने प्रचार के निमित्त था, उनके आने वहा जाने का कोई लाभ उत्तराखंड और केदारनाथ को नहीं मिला। तीर्थ पुरोहित भी खाली हाथ ही रहे।
कहा कि उपचुनाव के बाद तेल के दाम कम होने को उन्होंने समझा, लेकिन महंगाई पर तो उसका कोई असर नहीं पड़ा। क्योंकि जब तक आप गैस के दाम पुराने नामों पर नहीं लाते हो, खाने के तेल के भाव नहीं गिरते हैं, पेट्रोल-डीजल को नियंत्रित नहीं करते हो, इसके साथ ही दूसरी चीजों के बढ़ हुए दाम जिससे आम उपभोक्ता पर भार पड़ा है, वह भार नहीं हटता-घटता है, तब तक तो यह प्रयास एक कास्मेटिक सर्जरी है कि पहले लूटा, फिर उसमें से कुछ दान कर दिया।
पूर्व हरीश रावत शुक्रवार को धर्मनगरी हरिद्वार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ दौरे के सापेक्ष कांग्रेस के राज्य भर में आयोजित शिव जलाभिषेक कार्यक्रम की शुरूआत के बाद पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहाकि कांग्रेस का जलाभिषेक का यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुबुद्धि की कामना को है। कहा कि वे (प्रधानमंत्री) जनता को अपना अहंकार दिखा रहे हैं कि 'देखो हमारा अहंकार है, हम चाहे तो परंपराओं के विपरीत भी केदारनाथ में सब कुछ कर सकते हैं।' इसके साथ ही उनके इस प्रदर्शन का पूरे देश-विश्व में सीधा प्रसारण हो रहा है। हरीश रावत ने कहा कि शिव के पास तो जो जाता है, भक्त के तौर पर जाता, अपने अहंकार को त्यागकर जाता है। हम भी कभी भगवान की कृपा से मुख्यमंत्री थे, लेकिन हमने वहां की परंपरा के विपरीत आचरण कभी नहीं किया। आरोप लगाया कि देश की जनता इस समय पेट, महंगाई, बेरोजगारी तथा ठप विकास से त्रस्त है, वह इससे बाहर निकालने-निकालने को केंद्र व राज्य की भाजपा सरकार की तरफ आशा भरी निगाहों से देख रही है पर, हमारे प्रधानमंत्री इसकी अनदेखी कर अपनी ब्रांडिंग को केदारनाथ दौरे पर लाखों-करोड़ों खर्च कर रहे हैं। दावा किया कि भाजपा लाख शीर्षासन कर ले, अब जनता उसके बहकावे में नहीं आने वाली, अब लोगों के गले-गले आ गई है, वह तो उस दिन की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जब वह भाजपा को शासन-सत्ता से तड़ीपार कर सकें।
कहा कि, हमारे तो हर देवालय, हर शिवालय में त्रंबकेश्वर विराजमान है, भगवान केदारनाथ विराजमान है, हर जगह ज्योतिर्लिंग है हम तो इन्हीं को अपना सब कुछ मानते हैं। कांग्रेस ने हर जिले में 12-12 शिवालयों में जाकर के जलाभिषेक का कार्यक्रम रखा है, क्योंकि ज्योर्तिलिंग 12 हैं। दोनों पार्टियां शिवालयों में है पर, वे कहते है कि हम भक्तिभाव से हैं, हम शिव भक्त हैं, हम गंगा भक्त भी हैं, हम देश भक्त हैं और हमेशा हैं।
हरीश रावत ने कहाकि कांग्रेस, भाजपा की तरह सत्व से तत्व नहीं निकालती, हम सत्व के पालक हैं। हमें सब जगह सत्व नजर आता है और भाजपा वहां से तत्व निकाल लेती है। कहा कि, यही वजह है कि गृहमंत्री अमित शाह अपने दौरे में हिंदू-मुस्लिम की बात करने लगे हैं। पर, उनके इस ड्रामे से जनता बहकावे में नहीं आने वाली, क्योंकि पहले लोगों ने हिंदू-मुसलमान देखा और पांच साल ठगे गए। इसलिए अब और पांच साल ठगे जाने को अब वह तैयार नहीं।