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जानिए आखिर किसे और क्यों बोले हरीश रावत, कुछ लोग न राम के हैं और न ही केवट के

Uttarakhand Elections 2022 पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि हम ठाकुरों में रघुवंशी वंश के हैं। रघुवंशी और केवट के मध्य बहुत गहरा नाता है लेकिन वक्त का ऐसा दौर चला कि राम की आंधी में राम के लोग भुला दिए गए।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Mon, 03 Jan 2022 09:18 AM (IST)Updated: Mon, 03 Jan 2022 09:18 AM (IST)
जानिए आखिर किसे और क्यों बोले हरीश रावत, कुछ लोग न राम के हैं और न ही केवट के
जानिए आखिर किसे और क्यों बोले हरीश रावत, कुछ लोग न राम के हैं और न ही केवट के।

संवाद सूत्र, भगवानपुर (हरिद्वार)। Uttarakhand Election 2022 हरिद्वार जिले के भगवानपुर कस्बे में आयोजित कश्यप एकता क्रांति मिशन और कश्यप महासम्मलेन जन जागरूकता रैली को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि हम ठाकुरों में रघुवंशी वंश के हैं। रघुवंशी और केवट के मध्य बहुत गहरा नाता है, लेकिन वक्त का ऐसा दौर चला कि राम की आंधी में राम के लोग भुला दिए गए। बड़ी बात यह थी कि वह लोग न राम के न थे और केवट के। वह लोग केवल सत्ता के थे, जिसे हासिल करने में वह कामयाब रहे। पूर्व सीएम ने केवट, पाल, प्रजापति को समाज का महत्वपूर्ण हिस्सा बताया।

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कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भगवान राम और केवट के जरिये कश्यप समाज को साधने का प्रयास किया। कार्यक्रम की शुरुआत महर्षि कश्यप के प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर की गई। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा कश्यप समाज का समर्थन किया। वह कश्यप समाज की बैठक में तीसरी बार आए हैं। कांग्रेस पार्टी ने संसद में कश्यप समाज को अनुसूचित जाति का दर्जा दिए जाने का पुरजोर समर्थन किया।

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#महंगाई #बेरोजगारी #rishikesh ”जब-जब भाजपा आई है-कमरतोड़ महंगाई लाई है” शनिवार को ऋषिकेश में #अंबेडकरचौक से त्रिवेणी घाट तक बढ़ती हुई महंगाई एवं बेरोजगारी के विरोध में ”पदयात्रा” की, इस दौरान डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किये। पदयात्रा में Indian National Congress Uttarakhand के अध्यक्ष श्री Ganesh Godiyal जी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेतागण एवं कांग्रेसजन मौजूद रहे। - Harish Rawat (@harishrawatcmuk) 3 Jan 2022

उन्होंने कहा, कांग्रेस पार्टी की ओर से आश्वासन देना चाहता हूं।

तालाबों पर पहला हक कश्यप समाज का है। नदियों में सब्जी बोने का हक कश्यप समाज का ही है। उनके सांसद रहते हुए तालाबों में मछली का बीज निश्शुल्क डलवाया गया। यदि कांग्रेस सत्ता में आई तो मछली पालन को लेकर एक बोर्ड बनाया जाएगा, जिसका अध्यक्ष व उपाध्यक्ष कश्यप समाज का होगा। उसका दर्जा कैबिनेट मंत्री का होगा। महा सम्मेलन को संबोधित करते हुए कश्यप एकता क्रांति मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय कश्यप ने कहा कि कश्यप बिरादरी अपने लक्ष्य से पीछे है।

कश्यप समाज का आरक्षण, जो उनका हक है, वह उन्हें नहीं मिल पा रहा है। अगर हमारा हक हमें मिलता है तो कई ग्राम प्रधान, बीडीसी, विधायक कश्यप समाज के होंगे। उन्होंने कहा कि नदी, तालाब, पोखर जल जीवन का अधिकार कश्यप समाज का है। उन्होंने कहा कि आरक्षण को लेकर कई बार आंदोलन भी किए गए। लेकिन, भाजपा सरकार उनकी एक नहीं सुन रही है। कश्यप समाज अपना हक लेकर रहेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने कश्यप समाज की 17 अति पिछड़ी जातियों को ठगने का कार्य किया है।

भगवानपुर विधायक ममता राकेश ने कहा कि कांग्रेस सरकार में सभी समाज का सम्मान होता है और होता रहेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता मिशन के सदस्य राजपाल सिंह और संचालन एडवोकेट हिमांशु कश्यप ने किया। कार्यक्रम में कश्यप समाज के महामंत्री पुनीत कश्यप, सुमित कश्यप, नीरज कश्यप, नासिर परवेज, सेठपाल परमार, वीरेंद्र सिंह, राव फरमूद, मीर आलम, अशोक कश्यप, सतीश कश्यप आदि मौजूद रहे।

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