जानिए इस चुनाव से ठीक पहले अब तक उत्तराखंड में कितने नेता बदल चुके हैं पाला, दिग्गज भी शामिल
Uttarakhand Election 2022 चुनाव से ठीक पहले दल बदलने की राजनीति नई है। अपनी मांगों को लेकर अक्सर ही नेता पार्टी पर दबाव बनाते दिखे हैं और जब बात नहीं बनी तो उन्होंने पाला बदलने में भी देर नहीं की।
आनलाइन डेस्क, देहरादून। Uttarakhand Election 2022 उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले दल बदलने की राजनीति नई है। अपनी मांगों को लेकर अक्सर ही नेता पार्टी पर दबाव बनाते दिखे हैं और जब बात नहीं बनी तो उन्होंने पाला बदलने में भी देर नहीं की। विधानसभा चुनाव 2022 से ठीक पहले भी यही देखने को मिल रहे हैं। कई दिग्गज पाला बदल चुके हैं तो कुछ इस बारे में सोच रहे हैं। तो चलिए आपको बताते हैं कि इस चुनाव में कौन-कौन पाला बदल चुके हैं।
भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए यशपाल और संजीव आर्य
इस चुनाव में पाला बदलने की शुरुआत हुई यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य से। उन्होंने बीते साल अक्टूबर में भाजपा छोड़ कांग्रेस का हाथ थामा था। वे भाजपा सरकार में समाज कल्याण मंत्री और बाजपुर से विधायक थे, जबकि उनके बेटे संजीव आर्य नैनीताल विधानसभा सीट से विधायक थे। दोनों ने 2017 में कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामा था। तब भाजपा ने दोनों को प्रत्याशी भी बनाया था और उन्हें जीत भी मिली। इसके बाद भाजपा सरकार ने यशपाल आर्य को कैबिनेट मंत्री बनाया।
भाजपा की हुईं सरिता आर्य
इन बड़े नामों में सरिता आर्य भी एक बड़ा नाम है। प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सरिता ने आज ही कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामा है। कांग्रेस से टिकट कटने से नाराज सरिता कई दिन पहले भी इस बात को साफ कर चुकी थी कि अगर भाजपा से उन्हें टिकट मिलता है तो वो पार्टी छोड़ने में कोई गुरेज नहीं करेंगी।
कांग्रेस विधायक ने भी बदला पाला
उत्तरकाशी जिले की पुरोला विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक राजकुमार बीते साल सितंबर में भाजपा में शामिल हुए। उन्होंने दिल्ली पार्टी मुख्यालय में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। आपको बता दें कि राजकुमार पहले भारतीय जनता पार्टी में ही थे। वे भाजपा से विधायक रह चुके हैं। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी न बनाए जाने पर वे कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
पूर्व विधायक मालचंद ने भी छोड़ी भाजपा, हुए कांग्रेस के
उत्तरकाशी जिले की पुरोला विधानसभा सीट से भाजपा के पूर्व विधायक मालचंद ने भी चुनाव से ठीक पहले पाला बदला है। उन्होंने बीती तीन जनवरी को दिल्ली में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी। उन्हें ठीकठाक जनाधार वाला नेता माना जाता है। उनके कांग्रेस में चले जाने से भाजपा को उत्तरकाशी जिले में झटका लगा।
दलबदल हेम आर्य भी पहुंचे कांग्रेस में
भाजपा में बगावत कर विधानसभा चुनाव लड़ चुके हेम आर्य ने स्वराज आश्रम में कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। यहां कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह व नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश की उपस्थिति में आयोजित समारोह में जहां हेम व उनकी पत्नी जिला पंचायत सदस्य नीमा का भव्य स्वागत हुआ, वहीं इन्हें पार्टी में आने से रोकने के लिए पूरा जोर लगा चुकीं महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य पर जमकर भड़ास निकाली गई। मंच से सभी नेताओं ने उनकी ज्वाइनिंग पर अड़चनें डालने की कोशिश करने के मामले में अलग-अलग तरीके से नाराजगी जाहिर की।
हेम आर्य की भी हुई घर वापसी
कांग्रेस नेता हेम आर्य ने जनवरी में पार्टी छोड़ भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। हेम पहले भाजपा में ही थी। 2017 में भाजपा से टिकट न मिलने पर वे कांग्रेस में आए थे। उन्होंने साल 2012 में भाजपा के टिकट पर नैनीताल सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन सरिता आर्य से हार गए थे।
हरक सिंह रावत के भी कांग्रेस में जाने की अटकलें
उत्तराखंड के दिग्गज नेताओं में शुमार हरक सिंह रावत भी कांग्रेस ज्वाइन कर सकते हैं। बीते रोज भाजपा ने उन्हें पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। साथ ही मंत्रिमंडल से भी बर्खास्त किया है। ऐसे में उनकी कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाओं ने जोर पकड़ा है।
यह भी पढ़ें- Uttarakhand Election 2022: भाजपा में शामिल हुईं सरिता आर्य, चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका