कोरोना के बढ़ते संक्रमण से गांव सुरक्षित करने की कवायद, सात दिन करें क्वारंटाइन
Uttarakhand Coronavirus News बढ़ते संक्रमण में काफी हद तक साधन संपन्न शहरों की व्यवस्था तक चरमरा गई है। ऐसे में सुविधाओं में पिछड़े ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना का प्रसार हालात और बिगाड़ सकता है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि ग्राम प्रधानों की मदद लेकर मोर्चे पर खड़ा किया जाए।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Uttarakhand Coronavirus News कोरोना के बढ़ते संक्रमण में काफी हद तक साधन संपन्न शहरों की व्यवस्था तक चरमरा गई है। ऐसे में सुविधाओं में पिछड़े ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना का प्रसार हालात और बिगाड़ सकता है। गांवों को कोरोना से महफूज रखने के लिए जिलाधिकारी ने निर्देश दिए हैं कि ग्राम प्रधानों की मदद लेकर उन्हें मोर्चे पर खड़ा किया जाए। गांवों में मेल-जोल अधिक रहता है और संकट की इस घड़ी में इस प्रवृत्ति को कुछ समय के लिए छोडऩा जरूरी है। लिहाजा, निर्देश दिए गए हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोग एक दूसरे के सीधे संपर्क में न आएं।
शनिवार को नोडल अधिकारियों की बैठक में जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने निर्देश दिए कि दूसरे राज्यों से ग्रामीण क्षेत्रों में आने वाले व्यक्तियों पर पड़ी निगरानी रखी जाए। ऐसे व्यक्तियों को कम से कम सात दिन तक क्वारंटाइन में रखा जाए। यदि इस बीच किसी में कोरोना जैसे लक्षण उभरते हैं तो उनकी तत्काल सैंपलिंग कराई जाए। गांवों में विवाह समारोह में उपस्थिति पर भी अंकुश लगाया जाए। किसी भी दशा में विवाह समारोह में 20 से अधिक व्यक्ति शामिल न हो पाएं।
अस्पतालों को दिए 2164 सिलिंडर
जिलाधिकारी डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि शनिवार को अस्पतालों को 2164 व आम नागरिकों को 235 ऑक्सीजन सिलिंडर मुहैया कराए गए। वहीं, जिला प्रशासन ने 546 व एसडीआरएफ ने 281 होम आइसोलेशन किट बांटी। शनिवार को होम आइसोलेशन में रहे व्यक्तियों की 449 कॉल कोविड कंट्रोल रूम और 22 कॉल आपदा कंट्रोल रूम में प्राप्त की गई। सभी कॉल स्वास्थ्य संबंधी देखभाल से संबंधित थी।
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