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Uttarakhand Glacier Burst: टनल में टी प्वाइंट तक पहुंची टीम, अब एसएफटी में होगा रेस्क्यू

Uttarakhand Chamoli Glacier Burst आखिरकार 19 दिन बाद रेस्क्यू टीम तपोवन स्थित विष्णुगाड जलविद्युत परियोजना की मुख्य टनल के टी प्वाइंट तक पहुंच गई। अब यह टीम इससे जुड़ी सिल्ट फ्लशिंग टनल में रेस्क्यू चलाएगी। सात फरवरी को आई आपदा के दिन 34 कर्मचारी एसएफटी में काम करने गए थेझ

By Raksha PanthriEdited By: Published: Fri, 26 Feb 2021 08:02 AM (IST)Updated: Fri, 26 Feb 2021 08:02 AM (IST)
Uttarakhand Glacier Burst: टनल में टी प्वाइंट तक पहुंची टीम, अब एसएफटी में होगा रेस्क्यू
टनल में टी प्वाइंट तक पहुंची टीम।

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर। Uttarakhand Chamoli Glacier Burst आखिरकार 19 दिन बाद रेस्क्यू टीम तपोवन स्थित विष्णुगाड जलविद्युत परियोजना की मुख्य टनल के टी प्वाइंट तक पहुंच गई। अब यह टीम इससे जुड़ी सिल्ट फ्लशिंग टनल (एसएफटी) में रेस्क्यू चलाएगी। सात फरवरी को आई आपदा के दिन 34 कर्मचारी एसएफटी में काम करने गए थे, तबसे इनकी खोजबीन की जा रही है। मुख्य टनल से अब तक 14 शव बरामद हो चुके हैं। बाकी के एसएफटी के भीतर मलबे में दबे होने की आशंका है।

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सात फरवरी को आपदा के दिन से ही एनडीआरएफ की टीम मुख्य टनल से मलबा हटाने में जुटी है। 19 दिन बाद रेस्क्यू टीम 180 मीटर मलबा हटाकर टी प्वाइंट तक पहुंच गई है। हालांकि टनल के अंदर भारी मात्रा में पानी का रिसाव होने के कारण मलबा हटाने में दिक्कतें हो रही हैं। एनटीपीसी की ओर से 20 इंच के चार पंपों के जरिये पानी बाहर निकाला जा रहा है। मुख्य टनल के बाद अब एसएफटी में मलबा हटाने का काम किया जाना है। एनटीपीसी के महाप्रबंधक राजेंद्र प्रसाद अहरिवाल ने बताया कि एसएफटी का आकार छोटा होने के कारण भारी-भरकम मशीनों के बजाय अब छोटी मशीनों से मलबा हटाया जाएगा। इसके बाद 10 मीटर अंदर जाकर राहत-बचाव किया जाएगा।

विस्फोट से तोड़े जा रहे बोल्डर

एनटीपीसी की परियोजना बैराज साइट पर मलबे को हटाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। यहां सैलाब के साथ भारी-भरकम बोल्डर आए हैं। इन बोल्डरों के नीचे मलबे में शवों की तलाश की जानी है। ऐसे में अब बोल्डरों को विस्फोट से तोड़ा जा रहा है। बोल्डरों को तोड़ने के बाद डायवर्जन साइट पर मलबे में लापता व्यक्तियों की तलाश की जाएगी।

एक मानव अंग बरामद

बुधवार देर शाम हेलंग के निकट एक मानव अंग बरामद हुआ। आपदा में अब तक 30 मानव अंग बरामद किए जा चुके हैं। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि आपदा में लापता 205 व्यक्तियों में से 70 के शव मिल चुके हैं। अब तक 38 मृतकों के स्वजनों को मुआवजा राशि जारी की जा चुकी है। 

दो घंटे रोकना पड़ा रेस्क्यू

मौसम विभाग की चेतावनी के बाद एनटीपीसी समेत रेस्क्यू टीम सजग होकर कार्य कर रही है। बीती शाम टनल से मलबा हटाने का काम दो घंटे तक रोका गया। तपोवन क्षेत्र में हल्की बारिश के बाद खतरे की आशंका देखते हुए रेस्क्यू रोका गया। हालांकि बारिश बंद होने के बाद नदी का जलस्तर सामान्य पाया गया।

रेस्क्यू अपडेट

कुल लापता,205

शव बरामद,70

मानव अंग बरामद,30

अब तक शिनाख्त,41

अब भी लापता,135

डीएनए सैंपल,196

आपदा प्रभावित ने एनटीपीसी के खिलाफ दी तहरीर

तपोवन में जलविद्युत परियोजना की कार्यदायी संस्था एनटीपीसी पर कर्मचारियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम न करते हुए उनके जान से खिलवाड़ का आरोप लगाते हुए कर्णप्रयाग थाने में तहरीर दी गई है। कर्णप्रयाग विकासखंड के कांचुला गांव निवासी आपदा प्रभावित दीपक ने तहरीर देकर कंपनी पर कर्मचारियों व श्रमिकों की जान से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है। 

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