बिहार के नतीजों से उत्तराखंड भाजपा में भी जोश का संचार
बिहार विधानसभा के चुनाव और मध्य प्रदेश उत्तरप्रदेश व गुजरात में हुए उप चुनावों में एनडीए तथा भाजपा को मिली सफलता से उत्तराखंड भाजपा में नए जोश का संचार हुआ है। वजह ये कि प्रदेश भाजपा भी राज्य में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी है।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। बिहार विधानसभा के चुनाव और मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश व गुजरात में हुए उप चुनावों में एनडीए तथा भाजपा को मिली सफलता से उत्तराखंड भाजपा में भी नए जोश का संचार हुआ है। वजह ये कि प्रदेश भाजपा भी राज्य में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी है। अब विपक्ष के हथकंडों का जवाब देने के लिए इन चुनावों को आधार बनाकर रणनीति तैयार करने पर पार्टी ने मंथन शुरू कर दिया है।
उत्तराखंड में भाजपा वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से विजय रथ पर सवार है। 2017 के राज्य विधानसभा के चुनाव में तो पार्टी ने 70 में से 57 सीटें जीत कर प्रचंड बहुमत हासिल किया। इसके बाद नगर निकाय, त्रिस्तरीय पंचायत व सहकारिता चुनाव में भी भारी सफलता प्राप्त की। पिछले वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में राज्य की पांचों सीटें फिर जीतकर पार्टी ने इतिहास रचा था। अब 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी के सामने 2017 जैसा प्रदर्शन दोहराने की चुनौती है।
इसे देखते हुए भाजपा अभी से तैयारियों में जुटी हुई है। बूथ स्तर तक पार्टीजनों को सक्रिय करने के लिए कवायद तेज की गई है। साथ ही राज्य और केंद्र सरकार की उपलब्धियों को आमजन तक ले जाने पर फोकस किया गया है। मंत्री, विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों के निरंतर दौरे शुरू कर दिए गए हैं। अब बिहार विधानसभा के अलावा तीन राज्यों में हुए उपचुनाव में एनडीए व भाजपा को मिली सफलता से पार्टी की इस मुहिम को नई ऊर्जा मिली है। इसके जरिये पार्टी विपक्ष पर हमला बोलने की रणनीति भी तैयार करने में जुट गई है।
लगातार बढ़ रही है प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता : भगत
राज्य ब्यूरो, देहरादून: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि बिहार में लगातार चौथी बार एनडीए की जीत और अन्य राज्यों में विधानसभा उपचुनावों में भाजपा की शानदार सफलता से यह पुन: सिद्ध हो गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। देश की जनता का उन पर पूरा भरोसा है। प्रधानमंत्री मोदी ने देश की राजनीति में गुणात्मक परिवर्तन किया है। परिणामस्वरूप अब छद्म धर्मनिरपेक्षता, जातिवाद, तुष्टीकरण की राजनीति पिछड़ गई है और आज देश में सबसे प्रमुख राजनीतिक एजेंडा विकास का है।
भगत ने कहा कि बिहार में प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के लिए बहुत कार्य किया है। इसे रोकने के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों ने बेमेल महागठबंधन बनाया और हर प्रकार की स्तरहीन राजनीतिक हरकतें कीं, लेकिन इनके प्रयास सफल नहीं हुए। उन्होंने कहा कि जो नेता ईवीएम पर प्रश्न उठा रहे हैं, उन्हेंं यह मालूम होना चाहिए कि कथित महागठबंधन ने भी ईवीएम से हुए चुनाव में ही 110 सीटें जीती हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि बिहार की जनता को शुभकामनाएं। वहां के मतदाताओं ने बिहार को भ्रष्टाचारियों के हाथों में नहीं सौंपा। वहां चेहरे ढकने के लिए जो महागठबंधन बना था, उसकी असलियत तो जनता से समझा और दरकिनार किया।
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