सरकार की समिति पर भी नहीं माने उपनल कर्मी, पढ़िए पूरी खबर
समान कार्य समान वेतन और नियमितीकरण की मांग को लेकर आंदोलनरत उपनल कर्मी धरने पर अड़े हैं। शासन स्तर पर उप समिति गठित किए जाने और उपनल कर्मचारी महासंघ के दो पदाधिकारियों को बतौर सदस्य शामिल करने के आदेश के बावजूद आंदोलन समाप्त नहीं हुआ है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। समान कार्य समान वेतन और नियमितीकरण की मांग को लेकर आंदोलनरत उपनल कर्मी धरने पर अड़े हैं। शासन स्तर पर उप समिति गठित किए जाने और उपनल कर्मचारी महासंघ के दो पदाधिकारियों को बतौर सदस्य शामिल करने के आदेश के बावजूद आंदोलन समाप्त नहीं हुआ है। कार्मिकों की मांग है कि हड़ताल के समय को उनके अवकाश में समायोजित करने और किसी कर्मी को न निकाले जाने का लिखित आश्वासन के बाद ही आंदोलन समाप्त करने की बात कही जा रही है।
शुक्रवार को उपनल कर्मचारी महासंघ के बैनर तले गत 22 फरवरी से जारी धरना अभी भी समाप्त नहीं हुआ है। सहस्रधारा रोड स्थित एकता विहार में कर्मचारी प्रदेश अध्यक्ष कुशाग्र जोशी के नेतृत्व में धरने पर बैठे रहे। धरना स्थल पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रविंद्र जुगरान भी उपनल कर्मचारियों को समर्थन देने पहुंचे। उन्होंने सरकार से उपनल कर्मचारियों की न्यायोचित मांगो को पूर्ण करने का की मांग की। महासंघ के महामंत्री हेमंत रावत ने कहा कि समस्त उपनल कर्मचारी शांतिपूर्वक तरीके से धरना स्थल पर डटे हैं और जब तक सरकार कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं कर देती है अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी। कहा कि समिति गठित करने से मांगों के निस्तारण की उम्मीद जगी है। लेकिन, वर्तमान में नौकरी न जाने और हड़ताल के समय को समायोजित करने की कोई बात सरकार की ओर से नहीं की जा रही है। धरने मे सभापति विनोद गोदियाल, पूर्व अध्यक्ष दीपक चौहान, भावेश जगूड़ी, हिमांशु जुयाल, विनय प्रसाद, मनोज सिंह, दीवान सिंह, सौरभ नेगी, अभिनव जोशी, गरिमा डोभाल, दीपा, पूजा पांडेय, लक्ष्मी वर्मा, वंदना आदि शामिल थे।
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