Unlock 4.0: चेकपोस्ट पर अब भी जारी है बाहर से आने वालों की परेड, कोरोना टेस्ट के लिए बनाया जा रहा; जान लें नियम
राज्य की सीमा में प्रवेश करने के लिए अब संस्थागत क्वारंटाइन और कोरोना टेस्ट की बाध्यता को खत्म कर दिया गया है लेकिन बावजूद इसके लोगों को कोरोना टेस्ट कराने के लिए भी बाध्य किया जा रहा है।
देहरादून, जेएनएन। Unlock 4.0 उत्तराखंड की सीमा में प्रवेश करने के लिए अब संस्थागत क्वारंटाइन और कोरोना टेस्ट की बाध्यता को खत्म कर दिया गया है। इसका सीधा मतलब यह है कि जो भी एसिम्टोमैटिक व्यक्ति दूसरे राज्यों से आ रहे हैं, उन्हें सिर्फ देहरादून स्मार्ट सिटी लि. कंपनी की वेबसाइट पर पंजीकरण कराना होगा। फिर भी बाहर से आने वाले व्यक्तियों को पंजीकरण दिखाने के बाद भी न सिर्फ बेवजह रोका जा रहा है, बल्कि कोरोना टेस्ट के लिए भी बाध्य किया जा रहा है।
ताजा मामला बुधवार सुबह का है। विवाह समारोह में शरीक होने के लिए दिल्ली से मसूरी जा रहे तीन परिवारों को पुलिस ने आशारोड़ी चेकपोस्ट पर रोक दिया। स्मार्ट सिटी पर पंजीकरण दिखाने के बाद भी पुलिस कर्मियों ने पहले कोरोना जांच के लिए कहा। संबंधित व्यक्तियों ने तैनात पुलिस कर्मियों को बताया कि उनमें कोरोना के लक्षण नहीं हैं और वह विवाह समारोह में शामिल होकर तीन दिन में वापस भी लौट जाएंगे। फिर भी पुलिस कर्मी कोरोना टेस्ट कराने पर अड़े रहे। जब यह बात तहसीलदार दयाराम तक पहुंची तो उनके हस्तक्षेप के बाद रोके गए वाहनों को आगे बढ़ाया गया। तहसीलदार दयाराम के मुताबिक किसी भी एसिम्टोमैटिक व्यक्ति का जबरन कोरोना का टेस्ट नहीं कराया जा सकता। यदि किसी के पास प्रवेश संबंधी पंजीकरण नहीं है, तब पुलिस इस तरह की कार्रवाई कर सकती है।
बाहर से आने वालों के लिए यह हैं नियम
- जो व्यक्ति किसी विशेष काम के लिए दून आ रहे हैं, उन्हें अधिकतम सात दिन तक प्रयोजन पूरा कर वापस जाने की छूट रहेगी।
- जो व्यक्ति सात दिन से अधिक समय के लिए आ रहे हैं तो 10 दिन का होम क्वारंटाइन का पालन करना होगा।
- जो एसिम्टोमैटिक व्यक्ति बिना किसी खास प्रयोजन जैसे पर्यटन आदि के लिए प्रदेश में आ रहे हैं, वह अधिकतम पांच दिन बिना क्वारंटाइन के उत्तराखंड में रह सकते हैं।
स्वेच्छा पर टेस्ट की व्यवस्था जारी
जो व्यक्ति स्वेच्छा से अपना कोरोना टेस्ट कराना चाहते हैं, उनके लिए आशारोड़ी चेकपोस्ट पर व्यवस्था की गई है। आरटी-पीसीआर जांच के लिए निजी लैब एसआरएल का स्टॉल लगा है। यहां प्रति व्यक्ति 2400 रुपये का शुल्क अदा करना होगा। जो व्यक्ति इस पर सहमति नहीं हो रहे हैं, उनका एंटीजन टेस्ट स्वास्थ्य विभाग के स्टॉल पर निश्शुल्क कराया जा रहा है। जांच के बाद भी नेगेटिव रिपोर्ट वाले व्यक्ति कितने भी दिन उत्तराखंड में बिना किसी अड़चन के बिना क्वारंटाइन रह सकते हैं।