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Unlock 4.0: उत्तराखंड आने वालों को ज्यादा छूट देने की तैयारी, संस्थागत क्वारंटाइन से मिल सकती है राहत

Unlock 4.0 दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को सोमवार से और अधिक छूट देने की तैयारी है। इसके तहत बाहर से आने वालों को अब संस्थागत क्वारंटाइन से राहत मिल सकती है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Sat, 19 Sep 2020 10:19 PM (IST)Updated: Sat, 19 Sep 2020 11:22 PM (IST)
Unlock 4.0: उत्तराखंड आने वालों को ज्यादा छूट देने की तैयारी, संस्थागत क्वारंटाइन से मिल सकती है राहत
Unlock 4.0: उत्तराखंड आने वालों को ज्यादा छूट देने की तैयारी, संस्थागत क्वारंटाइन से मिल सकती है राहत

देहरादून, राज्य ब्यूरो। Unlock 4.0 उत्तराखंड में दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को सोमवार से और अधिक छूट देने की तैयारी है। इसके तहत बाहर से आने वालों को अब संस्थागत क्वारंटाइन से राहत मिल सकती है। अनलॉक-फोर के लिए केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन में 21 सितंबर के बाद कई छूट देने की व्यवस्था है। इसी कड़ी में प्रदेश में भी कदम उठाए जा रहे हैं। इसे देखते हुए मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश में आने वालों की संख्या में संभावित वृद्धि को देखते हुए अभी से आवश्यक कदम उठा लिए जाएं।

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मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने शनिवार को सचिवालय में कोरोना की रोकथाम के लिए सभी जिलाधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन का नियमानुसार पालन कराया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि होम आइसोलेशन किट सभी को शीघ्र मिलें। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा होम आइसोलेट किए गए व्यक्तियों के घरों पर जाकर उन्हें सभी जानकारी और आवश्यक दवाईयां उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने कहा कि सोमवार से राज्य में आने वालों को कुछ छूट दी जाएगी। एक माह बाद त्योहारों का सीजन शुरू हो जाएगा, जिससे आवागमन में तेजी से वृद्धि होगी। इन बातों को ध्यान में रखते हुए सभी जिलाधिकारी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर लें।

मुख्य सचिव ने कहा कि अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड, आईसीयू और वेंटिलेटर की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाए। किसी गंभीर मरीज को रेफर करना हो, तो इसकी सूचना संबंधित अस्पताल को भी दी जाए, जिससे अस्पताल इसके लिए पहले से तैयार रहें। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि यदि कोई गर्भवती महिला कोविड पॉजिटिव पाई गई है, तो उसके स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जाए। नर्सिंग स्टाफ की संख्या को बढ़ाने के लिए नॢसग कॉलेज के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को लिया जाए। एनएचएम के मानकों के हिसाब से उन्हें वेतन दिया जाए। शारीरिक दूरी और मास्क का प्रयोग न करने वालों पर लगातार कार्रवाई की जाए।

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सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने कहा कि सभी जिलों में कोविड कंट्रोल रूम में सुपरविजन के लिए वरिष्ठ अधिकारी को रखा जाए। 24 घंटे कार्मिकों की ड्यूटी हो। नागरिकों की समस्याओं का शीघ्र निदान किया जाए। कोविड केयर सेंटर, होम आईसोलेशन और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए एंबुलेंस की अलग-अलग व्यवस्था की जाए। कोविड केयर सेंटर में दिन में दो बार स्वास्थ्य परीक्षण जरूर कराया जाए। सभी कोविड सेंटरों में सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था  सुनिश्चित की जाए। ट्रू-नेट मशीन से सैंपलिंग और बढ़ाई जाए। अग्रिम पंक्ति के कोरोना योद्धाओं को भी आईवर मेक्टिन दवा दी जाए। बैठक में प्रभारी सचिव डॉ.पंकज कुमार पांडेय के अलावा डॉ. आशुतोष सयाना, आइजी संजय गुंज्याल, अपर सचिव युगल किशोर पंत, सोनिका और महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. अमिता उप्रेती भी मौजूद थीं।

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