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सेलाकुई आक्सीजन प्लांट में अब निर्बाध विद्युत आपूर्ति, अंडरग्राउंड केबलिंग का काम पूरा

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के निर्देश पर ऊर्जा विभाग ने सेलाकुई आक्सीजन प्लांट में निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए रिकार्ड समय में अंडरग्राउंड केबलिंग का कार्य पूरा किया है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए अधिकारियों व कर्मचारियों की सराहना की।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Mon, 17 May 2021 06:25 AM (IST)Updated: Mon, 17 May 2021 06:25 AM (IST)
सेलाकुई आक्सीजन प्लांट में अब निर्बाध विद्युत आपूर्ति, अंडरग्राउंड केबलिंग का काम पूरा
सेलाकुई आक्सीजन प्लांट में अब निर्बाध विद्युत आपूर्ति।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के निर्देश पर ऊर्जा विभाग ने सेलाकुई आक्सीजन प्लांट में निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए रिकार्ड समय में अंडरग्राउंड केबलिंग का कार्य पूरा किया है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए अधिकारियों व कर्मचारियों की सराहना करते हुए कहा कि इसी जज्बे के साथ काम करते हुए हम कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जरूर जीत दर्ज करेंगे।

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महामारी के कारण देश में आक्सीजन की कमी न हो, इसके लिए सरकार का प्रयास है कि सभी आक्सीजन प्लांट से उनकी क्षमता के अनुरूप पूर्ण उत्पादन करा सकें। देहरादून के सेलाकुई क्षेत्र में मैसर्स लिंडे इंडिया का आक्सीजन प्लांट हैं। यहां प्रतिदिन 160 मीट्रिक टन लिक्विड आक्सीजन का उत्पादन किया जाता है। इस प्लांट में कुछ समय पहले अंडर वोल्टेज के कारण उत्पादन बाधित होने की सूचना सरकार को मिली थी। 

इसके कारणों की समीक्षा में यह बात सामने आई कि यहां आने वाली विद्युत लाइन का तीन किमी का भाग ऐसे क्षेत्र से गुजरता है, जहां गंदगी फेंकी जाती है। इस कारण बड़ी संख्या में पक्षी इसके आसपास जमा होते हैं। पक्षियों के बिजली की लाइन से टकराने के कारण ट्रिपिंग की समस्या आ रही है। इस पर मुख्यमंत्री ने इस समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए। इस पर शासन ने पहले यहां से कूड़ा हटाया। इसके बाद यहां अंडर ग्राउंड केबिल बिछाने का निर्णय लिया गया। इसमें केंद्र सरकार ने भी सहयोग करते हुए केबिल डालने के लिए 3.2 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की। 

नौ मई को यह कार्य शुरू हुआ और सात दिन के रिकार्ड समय में पांच किमी लंबी अंडरग्राउंड केबलिंग का काम पूरा किया गया। केंद्र सरकार ने भी इस कार्य पर नजर रखी और अधिकारियों को इसकी समीक्षा और सहयोग के लिए देहरादून भेजा। सभी के सहयोग से यह कार्य पूरा हो गया है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने इस कार्य के लिए सचिव ऊर्जा राधिका झा, प्रबंध निदेशक यूपीसीएल डा. नीरज खैरवाल, निदेशक परियोजना जगमोहन सिंह रौथाण, निदेशक परिचालन अतुल कुमार अग्रवाल समेत सभी अधिकारियों की सराहना की है।

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