एसटीएफ के पास गुमनाम शिकायतों की लंबी हुई सूची, कोई गुमनाम पत्र तो कोई वाट्सएप व फोन पर दे रहा है सूचना
एसटीएफ की जांच में सामने आया है कि मयोली अल्मोड़ा निवासी मनोज जोशी जोकि वर्ष 2014 से 2018 तक रायपुर स्थित अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में चतुर्थ श्रेणी (पीआरडी) के रूप में तैनात था वह अपने कई रिश्तेदारों की नौकरी लगवा चुका है।
सोबन सिंह गुसांई, देहरादून: UKSSSC Paper Leak case उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर आयोजित स्नातक स्तर की भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने का पर्दाफाश क्या हुआ, अब पुरानी भर्तियों के पेपर लीक या नकल करवाने की शिकायतें भी एसटीएफ के पास आने लगी हैं। अधिकतर शिकायतों में किसी का नाम नहीं है। साक्ष्यों के अभाव के चलते फिलहाल एसटीएफ चुप्पी साधे है।
एसटीएफ को इससे पहले भी मिले पेपर लीक के संकेत
पेपर लीक मामले की जैसे-जैसे परतें खुल रही हैं, उससे यह स्पष्ट होने लगा है कि यह पहली बार नहीं है, जब पेपर लीक हुआ है। इससे पहले भी पेपर लीक होने के संकेत एसटीएफ को मिले हैं। लेकिन पुरानी भर्तियों से जुड़े कोई भी साक्ष्य एसटीएफ को नहीं मिले हैं। ऐसे में एसटीएफ बिना साक्ष्य कहीं भी हाथ डालने से बच रही है। हालांकि गिरफ्तार किए गए आरोपितों से अब भी काफी पूछताछ होनी बाकी है।
कई रिश्तेदारों की नौकरी लगवा चुका है मनोज जोशी
एसटीएफ की जांच में सामने आया है कि मयोली, अल्मोड़ा निवासी मनोज जोशी जोकि वर्ष 2014 से 2018 तक रायपुर स्थित अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में चतुर्थ श्रेणी (पीआरडी) के रूप में तैनात था, वह अपने कई रिश्तेदारों की नौकरी लगवा चुका है। हालांकि इसकी सत्यता की जांच एसटीएफ कर रही है। पुलिस रिमांड पर लेकर एसटीएफ उससे इस संबंध में भी पूछताछ करेगी।
आयोग ने एसटीएफ को सौंपी 100 अभ्यर्थियों की लिस्ट
स्नातक स्तर की भर्ती परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थी भी एसटीएफ के राडार पर हैं। एसटीएफ की ओर से अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से ऐसे अभ्यर्थियों की लिस्ट मांगी गई थी। जिन्होंने यह परीक्षा पास की है और उनकी भूमिका संदिग्ध हो। ऐसे में आयोग की ओर से प्रदेश भर के 100 से अधिक संदिग्ध अभ्यर्थियों की लिस्ट एसटीएफ को सौंपी गई है। एसटीएफ की ओर से अभ्यर्थियों को पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है। पेपर लीक या खरीदने के मामले में किसी की संलिप्तता पाई जाती है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
कार्रवाई के डर से खुद ही आने लगे अभ्यर्थी
एसटीएफ का शिकंजा कसता देख अब डरे हुए अभ्यर्थी खुद भी सामने आगे आने लगे हैं। अभ्यर्थी इन दिनों एसटीएफ कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। एसटीएफ की ओर से बयान दर्ज कर वापस भेजा जा रहा है।