भाजपा सरकार अंतर धार्मिक विवाह को प्रोत्साहन दे रही : उक्रांद
उत्तराखंड क्रांति दल का आरोप है कि उत्तराखंड में हिंदुत्व पैरोकार कहने वाली भाजपा सरकार राज्य में अंतर धार्मिक विवाह को प्रोत्साहन देने के लिए बाकायदा 50 हजार रुपये दे रही है जबकि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार का कहना है कि विवाह करने के लिए धर्म बदलना अवैध है।
देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) का आरोप है कि उत्तराखंड में हिंदुत्व पैरोकार कहने वाली भाजपा सरकार राज्य में अंतर धार्मिक विवाह को प्रोत्साहन देने के लिए बाकायदा 50 हजार रुपये दे रही है, जबकि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार का कहना है कि विवाह करने के लिए धर्म बदलना अवैध है। यही नहीं सुप्रीम कोर्ट भी विवाह करने के लिए धर्म बदलने को अवैध मान चुका है।
शनिवार को उक्रांद नेता शिवप्रसाद सेमवाल ने कचहरी रोड स्थित पार्टी कार्यालय में पत्रकार वार्ता में सरकार को आड़े हाथों लिया। आरोप लगाया कि सरकार के इस निर्णय से गरीब लोग विवाह करने के लिए दूसरे धर्म के लोगों को जीवन साथी चुनने की ओर अग्रसर होंगे। उन्होंने आरोप लगाए कि एक ओर भाजपा सरकार अंतरजातीय विवाहों को लव जिहाद करार देती है व सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने पर तुली है।
वहीं दूसरी ओर वोट बैंक की राजनीति के लिए इस तरीके के विवाहों को प्रोत्साहन देने के लिए बाकायदा मोटी रकम बतौर पुरस्कार दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस नीति से सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ेगा व आपसी भाईचारा भी खराब होगा। उत्तराखंड क्रांति दल ने तत्काल इस तरह के शासनादेश को वापस लेने की मांग की है।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड: हरिद्वार में आगे खिसक सकते हैं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव, जानिए वजह
शिवप्रसाद सेमवाल ने कहा कि राष्ट्रीय व सामाजिक एकता को बढ़ावा देने के लिए और भी कई तरीके हो सकते हैं। उत्तराखंड क्रांति दल युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि यदि सरकार ने यह आदेश तत्काल वापस नहीं लिया तो उत्तराखंड क्रांति दल मुख्यमंत्री कार्यालय का घेराव करेगा।