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उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्त्‍ताओं ने शहीद स्मारक पर मुख्यमंत्री के सामने किया हंगामा, लगया ये आरोप

कचहरी परिसर स्थित शहीद स्मारक पर मुख्यमंत्री के सामने उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्त्‍ताओं ने हंगामा किया। उन्‍होंने स्मार्ट सिटी के तहत शहीद स्मारक तोड़ने की योजना का आरोप लगाया। इस दौरान उक्रांद कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी भी की। यूकेडी कार्यकर्त्‍ता शहीद स्मारक के आगे बैठ गए।

By Sunil NegiEdited By: Published: Tue, 27 Oct 2020 01:36 PM (IST)Updated: Tue, 27 Oct 2020 01:36 PM (IST)
उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्त्‍ताओं ने शहीद स्मारक पर मुख्यमंत्री के सामने किया हंगामा, लगया ये आरोप
उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्त्‍ताओं ने शहीद स्मारक पर मुख्यमंत्री के सामने किया हंगामा।

देहरादून, जेएनएन। कचहरी परिसर स्थित शहीद स्मारक पर मुख्यमंत्री के सामने उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्त्‍ताओं ने हंगामा किया। उन्‍होंने स्मार्ट सिटी के तहत शहीद स्मारक तोड़ने की योजना का आरोप लगाया। इस दौरान उक्रांद कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी भी की। यूकेडी कार्यकर्त्‍ता प्रमिला रावत, लताफत हुसैन आदि शहीद स्मारक के आगे बैठ गए। काफी देर नोकझोंक के बाद पुलिस ने उन्‍हें वहां से हटाया। तब जाकर मुख्यमंत्री शहीद स्‍मारक पर पुष्प अर्पित कर सके। इसके तुरंत बाद मुख्यमंत्री का काफिला यहां से रवाना हो गया। बता दें कि मुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य के प्रत्याशी नरेश बंसल शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए कचहरी परिसर स्थित शहीद स्मारक पर पहुंचे थे।

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उक्रांद कार्यकर्ता विभिन्न समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने शहीद स्थल पहुंचे थे। तभी कार्यकर्ताओं को सूचना मिली कि स्मार्ट सिटी के कार्यों के तहत शहीद स्मारक को तोड़ने की योजना है। जिस पर वे आक्रोशित हो गए और मुख्यमंत्री के वहां पहुंचते ही उन्होंने हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी। उक्रांद नेता प्रमिला रावत शहीद स्मारक के आगे बैठ गईं और मुख्यमंत्री को नहीं आने दिया। जिस पर पुलिस और सीएम के सुरक्षा कर्मियों को उन्हें हटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। महिला पुलिस ने उक्रांद कार्यकर्ताओं को जबरन हटाया। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी और वहां से रवाना हो गए। प्रमिला रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री से वह बात करना चाहती थीं। उन्होंने मांग की है कि शहीद स्मारक को न तोड़ा जाए। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि ऐसा हुआ तो वे आत्मघाती कदम उठाने को मजबूर होंगे।


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