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अवैध वसूली मामले में दो सिपाही निलंबित, मुकदमा दर्ज Dehradun News

दो सिपाहियों को हलवाई से अवैध वसूली करना भारी पड़ गया। उनके खिलाफ कोतवाली विकासनगर में रंगदारी मांगने की धारा में मुकदमा दर्ज कर उन्हें निलंबित कर दिया गया है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Wed, 05 Feb 2020 05:53 PM (IST)Updated: Wed, 05 Feb 2020 05:53 PM (IST)
अवैध वसूली मामले में दो सिपाही निलंबित, मुकदमा दर्ज Dehradun News
अवैध वसूली मामले में दो सिपाही निलंबित, मुकदमा दर्ज Dehradun News

देहरादून, जेएनएन। विकासनगर कोतवाली के दो सिपाहियों को हलवाई से अवैध वसूली करना भारी पड़ गया। डीआइजी अरुण मोहन जोशी के निर्देश पर दोनों सिपाहियों के खिलाफ कोतवाली विकासनगर में रंगदारी मांगने की धारा में मुकदमा दर्ज कर उन्हें निलंबित कर दिया गया है। साथ ही उनके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू हो गई है। 

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करम सिंह निवासी लक्ष्मीपुर, विकासनगर शादी समारोह आदि में कैटरिंग का काम करता है। करम ने मंगलवार को कोतवाली में तहरीर देकर बताया कि बीती 31 जनवरी की रात वह अपने दो कर्मचारियों के साथ अलग-अलग बाइक से घर लौट रहे थे। बरोटीवाला चौक पर सिपाही प्रदीप और रमेश रावत ने उन्हें रोक लिया। करम सिंह का आरोप है कि सिपाहियों ने उनसे दो हजार रुपये की मांग करते हुए गाड़ी सीज करने की धमकी दी। पीडि़त ने विरोध किया तो सिपाहियों ने उसके साथ अभद्रता की। अंत में पांच सौ रुपये देने पर उन्हें जाने दिया। कोतवाल प्रदीप बिष्ट के अनुसार तहरीर में लगाए गए आरोपों की जांच के लिए उच्चाधिकारी विवेचक तय करेंगे। इसके बाद सिपाहियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। 

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डीआइजी से भी की थी शिकायत 

पीडि़त ने विकासनगर सीओ भूपेंद्र धौनी और कोतवाल प्रदीप बिष्ट के साथ डीआइजी अरुण मोहन जोशी से भी अवैध वसूली की शिकायत की थी। डीआइजी ने कहा कि मामला बेहद गंभीर है। दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं। 

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शराबकांड से भी जुड़े थे आरोपित सिपाही प्रदीप के तार 

आरोपित सिपाही प्रदीप का कनेक्शन शराबकांड से भी था। पथरिया पीर में जहरीली शराब से हुई लोगों की मौत के दौरान जब पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच की गई थी तो प्रदीप का नाम भी सामने आया। इसके बाद उसे पुलिस लाइन से अटैच कर दिया गया था। दिसंबर 2019 में जब पुलिस लाइन से कुछ कांस्टेबलों की ड्यूटी थानों में लगाई गई तो सिपाही प्रदीप को विकासनगर कोतवाली में तैनात किया गया। डीआइजी ने बताया कि शराबकांड में पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच अभी चल रही है। 

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