पुजारी से ठगी में ईरानी गैंग के दो सदस्य गिरफ्तार
नेहरू कॉलोनी स्थित सनातन धर्म मंदिर के पुजारी से 31 जनवरी को हुई ठगी के मामले में दो आरोपितों को गिरफतार किया है। एक अन्य सदस्य फरार है।
देहरादून, जेएनएन। नेहरू कॉलोनी स्थित सनातन धर्म मंदिर के पुजारी से 31 जनवरी को हुई ठगी के मामले में नेहरू कॉलोनी पुलिस ने ईरानी गैंग के दो शातिरों को गिरफ्तार किया है। घटना में शामिल एक अन्य सदस्य फरार है।
गिरफ्तार एक आरोपित दून में कमरा किराये में लेकर रहता है और यहां जैमेटो फूड में डिलीवरी का काम करता है। पुलिस ने आरोपित के कब्जे से चोरी के गहने और नगदी बरामद की है।
एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि 31 जनवरी को नेहरू कॉलोनी स्थित सनातन धर्म मंदिर में रहने वाले पंडित सुनील कुमार दीक्षित निवासी नकरौंदा के पास दोपहर को एक अनजान व्यक्ति आया।
उसने बताया कि दोपहर तीन बजे उसकी मां का ऑपरेशन होना है। उनके स्वास्थ्य लाभ के लिए वह मंदिर में बीस हजार रुपये गुप्तदान करना चाहता है। इस धनराशि को किसी महिला के सोने के आभूषण में स्पर्श करा दें तो ऑपरेशन सफल हो जाएगा।
पुजारी उस व्यक्ति के झांसे में आ गया और उसने अपनी पत्नी के आभूषण लाकर उसके हाथ में रख दिए। इसके बाद वह व्यक्ति पुजारी को दूसरी पोटली पकड़ाकर वहां से भाग गया। घटना की सूचना पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास शुरू कर दिए।
इसके बाद थानाध्यक्ष नेहरू कॉलोनी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। एसपी सिटी ने बताया कि टीम ने घटनास्थल के आसपास के लोगों से पूछताछ करने के साथ ही सीसीटीवी फुटेज खंगाले। फुटेज में दो आरोपित दिखाई दिए। इसके बाद भागने वाले रास्ते के सीसीटीवी फुटेज हासिल किए गए तो पुलिस को बंजारावाला चाचक तक के फुटेज मिले।
चाचक, बंजारावाला क्षेत्र में तलाशी लेने के बाद फुटेज को गैर राज्यों में भेजा गया। जिसमें घटना में ईरानी गैंग के सदस्यों के शामिल होने की जानकारी मिली। पता चला कि फुटेज में दिखे व्यक्ति जयपुर में रह रहे हैं।
एसएसआइ राकेश शाह के नेतृत्व में दस फरवरी को टीम जयपुर भेजी गई। वहां पता चला कि फुटेज में दिख रहा व्यक्ति जयपुर के किशनगढ़ क्षेत्र में है। जिसके बाद पुलिस ने एक आरोपित अली हुसैन पुत्र नूर मोहम्मद को जयपुर से गिरफ्तार कर लिया।
उससे मौके से ही ठगी गई तीन अंगुठियां और पचास हजार रुपये नगदी बरामद की गई। पूछताछ में आरोपित ने घटना में अपने साथी सैयद कादिर पुत्र हुजूर अली निवासी नागल केशवनगर मूल पता महाराष्ट्र के साथ ही दून में रहने वाले उसके दूर के रिश्तेदार के भी शामिल होने की बात कही।
इसके बाद टीम ने दून में रहने वाले गैंग के एक और सदस्य सलमान अली पुत्र स्व. युसूफ अली निवासी लेस वाड़ा, देवबंद, सहारनपुर को चांचक से गिरफ्तार कर लिया। तीसरे आरोपित सैयद कादिर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है।
घटना से पहले और बाद सलमान के घर में रुके थे दोनों
एसओ नेहरू कॉलोनी दिलबर सिंह नेगी ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि अली हसन एवं उसका साथी सैयद कादिर 30 जनवरी को देहरादून आए। यहां वह अपने तीसरे साथी सलमान के कमरे में रुके थे। सलमान यहां जोमैटो फूड में डिलीवरी में काम करता है और उसने किराये का कमरा लिया है।
सलमान के कमरे में ही उन्होंने ठगी की योजना बनाई। इसके बाद अगले दिन तीनों ने रैकी कर सनातन धर्म मंदिर को निशाना बनाया। इसके लिए सलमान ने ही दोनों को बाइक और हेलमेट उपलब्ध कराए।
पुजारी को ठगने के बाद दोनों फिर सलमान के कमरे पर गए और वहीं रुके। अगले दिन वह बस से जयपुर निकल गए। बाइक और कमरे में रुकने के लिए उन्होंने सलमान को पैसे दिए। आरोपित पर अन्य राज्यों में भी कई मुकदमे दर्ज हैं।
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