हाईटेंशन लाइन पर पेड़ गिरने से 60 गांवों की बत्ती गुल
चकराता तूफान के चलते साहिया और त्यूणी के बीच हाईटेंशन लाइन पर पेड़ गिरने से बिजली आपूर्ति बाधित हो गई।
संवाद सूत्र, चकराता: तूफान के चलते साहिया और त्यूणी के बीच हाईटेंशन लाइन पर पेड़ गिरने से दो बिजली घरों की पावर सप्लाई ठप पड़ गई, जिससे इन बिजली घरों से जुड़े सीमांत क्षेत्र के करीब 60 गांवों की बिजली बाधित है। उपखंड अधिकारी चकराता के निर्देशन में ऊर्जा निगम की टीम आपूर्ति व्यवस्था को दुरुस्त करने में जुटी है, लेकिन देर शाम तक आपूर्ति सुचारू नहीं हो पाई।
जौनसार-बावर के सीमांत त्यूणी और चकराता तहसील से जुड़े कई ग्रामीण इलाकों में सोमवार सुबह से ही बिजली की आपूर्ति ठप हो गई। बत्ती गुल होने से क्षेत्र के सैकड़ों ग्रामीण परिवारों की मुश्किलें बढ़ गई। ऊर्जा निगम के त्यूणी और सावड़ा स्थित दो बिजली घरों से बावर खत, देवघार, फनार, शिलगांव, लखौ, कैलोऊ, बाणाधार, मशक और कांडोई-भरम क्षेत्र से जुड़े करीब 60 गांवों और 30 से अधिक तोक-मजरों में बिजली आपूर्ति होती है। उपखंड अधिकारी ऊर्जा निगम चकराता अशोक कुमार ने कहा कि क्षेत्र के कुछ इलाकों में मौसम खराब होने से तूफान के चलते मयार खड्ड के पास साहिया से त्यूणी और सावड़ा विद्युत सब स्टेशन के लिए बिछाई गई 33 केवीए हाईटेंशन लाइन पर तीन जगह पेड़ गिरने से लाइन क्षतिग्रस्त हो गई। इससे सीमांत क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में बिजली व्यवस्था बाधित है। तूफान से क्षतिग्रस्त हाईटेंशन लाइन को ठीक करने के लिए ऊर्जा निगम की टीम अवर अभियंता के नेतृत्व में मौके पर हाईटेंशन लाइन को दुरुस्त करने में जुटी है। शाम करीब चार बजे ऊर्जा निगम टीम ने क्षतिग्रस्त हाईटेंशन लाइन को दुरुस्त कर सप्लाई चालू की। इस दौरान तेज बारिश और तूफान के चलते हाईटेंशन लाइन के ठीक ऊपर बने निर्माणाधीन पीएमजीएसवाई मार्ग पर पहाड़ का कुछ हिस्सा भूस्खलन के कारण पेड़ सहित लाइन के ऊपर आ गया। इससे लाइन दोबारा से क्षतिग्रस्त हो गई। मौसम की खराबी के कारण क्षेत्र के प्रभावित इलाकों में बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने के प्रयास चल रहे हैं। क्षेत्र में करीब 12 घंटे से अधिक समय से गायब बिजली देर शाम तक नहीं आई। इससे सैकड़ों उपभोक्ताओं को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एसडीओ ऊर्जा निगम अशोक कुमार ने कहा कि सड़क निर्माण के चलते मयार खड्ड के पास हाईटेंशन लाइन के लिए खतरा हो गया। एसडीओ ने कहा कि सड़क निर्माण से खतरे की जद में आए हाईटेंशन लाइन के सुरक्षात्मक कार्य को ऊर्जा निगम ने पूर्व में भी प्रस्ताव बनाकर पीएमजीएसवाई खंड कालसी को प्रेषित किया था। बावजूद इसके अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। हाईटेंशन लाइन के पास सुरक्षात्मक कार्य नहीं होने से यहां मौसम खराब होने पर लाइन अक्सर टूट जाती है, जिसे दुरुस्त करने में काफी समय लगता है। ऊर्जा निगम ने विद्युत लाइन की सुरक्षा को दोबारा से रिमाइंडर भेजने की बात कही है।