Uttarakhand Lockdown Day 5: यात्रियों की समस्याएं होंगी दूर, परिवहन सचिव बगोली को सौंपा जिम्मा
लॉकडाउन के चलते विभिन्न राज्यों में उत्तराखंड के लोग फंसे हुए हैं। ये लोग अपने घर वापस आना चाहते हैं लेकिन संसाधन न होने से दिक्कत बनी हुई है।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। देशभर में लॉकडाउन के चलते विभिन्न राज्यों में उत्तराखंड के लोग फंसे हुए हैं। ये लोग अपने घर वापस आना चाहते हैं, लेकिन संसाधन न होने से दिक्कत बनी हुई है। ऐसे ही अन्य प्रदेशों के लोग भी उत्तराखंड में फंसे हुए हैं। इसे देखते हुए दूसरे राज्यों से समन्वय बनाते हुए यात्रियों की समस्या का दूर करने के लिए शासन ने सचिव परिवहन शैलेश बगोली को इसका जिम्मा सौंपा है। उन्हें इसके लिए राज्य का नोडल अधिकारी बनाया गया है।
लॉकडाउन का सबसे अधिक असर रोजगार के लिए अन्य राज्यों में काम कर रहे लोगों पर पड़ा है। चाहे अन्य राज्यों में गए उत्तराखंड के लोग हों या फिर उत्तराखंड में काम करने आए अन्य राज्यों के लोग। ये सभी अपने-अपने गृह राज्यों को जाना चाहते हैं। इसके लिए ये लोग सोशल मीडिया और सरकार द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबरों के माध्यम से लगातार मदद मांग रहे हैं।
इस कड़ी में उत्तराखंड ने कुछ राज्यों के लोगों को उनके गृह राज्य तक छोड़ने का बीड़ा भी उठाया है। इसके लिए सरकार पहले से ही एक व्यवस्था बना चुकी है। इस काम में परिवहन निगम की बसों का इस्तेमाल होना है। इस वजह से यह जिम्मा सचिव परिवहन शैलेश बगोली को सौंपा गया है। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं।
इसके साथ ही देहरादून पुलिस लाइन में एक कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है। इसका नंबर 0135-2722100 है। साथ ही यात्री व्हाट्स एप नंबर 9997954800 पर भी अपनी समस्या बता सकते हैं। कंट्रोल रूप से सूचनाओं की निगरानी के लिए आइपीएस अजय सिंह और पीसीएस आलोक पांडेय को प्रभारी बनाया गया है। ये दोनों नोडल अधिकारी का सहयोग करेंगे।
सोमवार से आने लगेगा दवा का नया स्टॉक
लॉकडाउन के बाद से दून में सैनिटाइजर और मास्क की सप्लाई तो बढ़ी, लेकिन इस बीच अन्य दवाओं की आपूर्ति ठप हो गई। हालांकि, अब सोमवार से दून में दवा का नया स्टॉक पहुंचने की बात कही जा रही है। वर्तमान स्थिति यह है कि अधिकांश मेडिकल स्टोर अब दवा स्टॉक का संकट बता रहे हैं। वहीं, डिस्ट्रीब्यूटर का कहना है कि फिलहाल पहले से पड़े स्टॉक से काम चलाया जा रहा है, अब स्टॉक बेहद कम बचा है।
सुबह और शाम के समय लोग बड़ी संख्या में दवा खरीदने पहुंच रहे हैं। इसका असर मेडिकल स्टोर के स्टॉक पर पड़ रहा है। नया स्टॉक न आ पाने के कारण अब डिस्ट्रीब्यूटर के पास उपलब्ध स्टॉक पर ही निर्भरता बनी हुई है। कैमिस्ट एसोसिएशन के सदस्य नवीन खुराना ने बताया की वाहनों के न पहुंचने से दवा संकट बनने लगा था। अब सोमवार से गाजियाबाद और मेरठ से दवा का नया स्टॉक आने लगेगा। इसके बाद स्थिति सामान्य हो जाएगी।
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