परिवहन व्यवसायी बोले, सरकार राहत दे नहीं राहत; तो 16 जून को देंगे धरना
परिवहन व्यवसायियों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर सरकार ने उन्हें राहत नहीं दी तो सभी अपने वाहनों के प्रपत्र परिवहन कार्यालय में समर्पण करने का कदम उठाएंगे।
ऋषिकेश, जेएनएन। लॉकडाउन से प्रभावित परिवहन व्यवसायियों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर सरकार ने उन्हें राहत नहीं दी, तो सभी अपने वाहनों के प्रपत्र परिवहन कार्यालय में समर्पण करने का कदम उठाएंगे। इससे पहले 16 जून को सभी परिवहन कंपनियों के कार्यालयों के समक्ष परिवहन व्यवसायी सांकेतिक धरना करने के साथ ही उपवास भी करेंगे।
दरअसल, उत्तराखंड परिवहन महासंघ ने शनिवार को बैठक का आयोजन किया, जिसमें भविष्य की रणनीति पर चर्चा की गई। परिवहन महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय ने कहा कि लॉकडाउन के कारण परिवहन व्यवसाय अत्यधिक प्रभावित हुआ है। भविष्य में वाहनों के संचालन को लेकर सरकार की शर्तें व्यक्तियों को राहत देने वाली नहीं है। उनका कहना है कि सरकार प्रत्येक चालक और परिचालकों 10 से 15 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दें।
परिवहन व्यवसायियों का ये भी कहना है कि सरकार वाहनों का दो साल का टैक्स भी माफ करें। उन्होंने बताया कि 16 जून को सभी परिवहन कार्यालय के समक्ष व्यवसायी सांकेतिक धरना देंगे। 22 जून को उप जिलाधिकारी और जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा जाएगा। अगर सरकार फिर भी नहीं जागी, तो सामूहिक फैसला लेते हुए परिवहन कार्यालय में वाहनों के प्रपत्र को समर्पित कर देंगे। इसकी तिथि बाद में तय की जाएगी।
इस बैठक में ऑटो विक्रम यूनियन महासंघ के अध्यक्ष विनय सारस्वत, गढ़वाल ट्रक यूनियन के अध्यक्ष दिनेश बहुगुणा, संयुक्त रोटेशन के अध्यक्ष मनोज ध्यानी, टाटा सुमो कमांडर यूनियन के अध्यक्ष भगवान सिंह राणा, टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष विजयपाल रावत, टीजीएमओ के उपाध्यक्ष बलबीर सिंह रौतेला, लोकल रोटेशन के अध्यक्ष नवीन रमोला, विक्रम यूनियन के अध्यक्ष फेरू जगवानी, ऑटो यूनियन के अध्यक्ष राजेंद्र लांबा आदि शामिल हुए।
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