परिवहन व्यवसायियों ने उपवास रख दिया धरना, आंदोलन तेज करने की चेतावनी
परिवहन व्यवसाय के लिए सरकार की ओर से कोई पैकेज जारी न करने से परिवहन व्यवसायी बेहद नाराज हैं। उन्होंने अपनी मांग को लेकर उपवास रखा साथ ही धरना दिया।
ऋषिकेश, जेएनएन। कोरोना महामारी के दौर में ठप हुए परिवहन व्यवसाय के लिए सरकार की ओर से कोई पैकेज जारी न करने से परिवहन व्यवसायी बेहद नाराज हैं। उन्होंने अपनी मांग को लेकर उपवास रखा साथ ही धरना दिया। उनका कहना है कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वो आंदोलन तेज करेंगे।
कोरोना संकट से उबरने के लिए परिवहन व्यवसायियों ने सरकार से दो साल का कर माफ करने और चालक-परिचालकों को आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग की थी। पर सरकार ने सिर्फ तीन महीने का कर ही माफ किया और चालक परिचालकों को एक-एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की थी। इस राहत को परिवहन व्यवसायियों ने इसे नाकाफी बताया है। उत्तराखंड परिवहन महासंघ के आह्वान पर आंदोलन की चेतावनी दी थी।
आंदोलन की इस कड़ी में मंगलवार को सामूहिक उपवास रखकर एक घंटे का सांकेतिक धरना देने का फैसला लिया गया था। मंगलवार को परिवहन व्यवसायियों ने अपने-अपने शाखा कार्यालयों के समक्ष धरना दिया। महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय ने कहा कि सरकार परिवहन व्यवसायियों की जायज मांगों की अनदेखी कर रही है। परिवहन व्यवसायी सरकार के खिलाफ आंदोलन तेज करेंगे। चारधाम यात्रा बस टर्मिनल कंपाउंड रोटेशन से जुड़े सभी कंपनियों के पदाधिकारियों ने धरना दिया।
इस मौके पर उत्तराखंड परिवहन महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय, मदन कोठारी, नवीन रमोला, बलवीर सिंह रौतेला, देवेंद्र रावत, दाताराम रतूड़ी, बृजभानु गिरी, सुमो यूनियन के अध्यक्ष भगवान सिंह राणा, भोपाल सिंह नेगी, चंदन सिंह पवार, राकेश सेमवाल, आशुतोष तिवारी आदि मौजूद थे। उधर हरिद्वार मार्ग पर गढ़वाल गढ़वाल मंडल टैक्सी चालक और मालिक एसोसिएशन के बैनर तले परिवहन व्यवसाई होने धरना दिया। इस अवसर पर संस्था के संरक्षक कृष्णानंद डोभाल, विजयपाल सिंह रावत, महासचिव विजेंद्र कंडारी, नरेंद्र वर्मा, उमेश चौहान, सोहन सिंह रौतेला, अमर सिंह, प्रेम गोयल, गोपाल दत्त, मनु शर्मा, रामकुमार शर्मा आदि यह उपस्थित थे।
यह भी पढ़ें: पदोन्नत शिक्षकों की तैनाती को अब एनआइसी नहीं बनाएगा सॉफ्टवेयर, जानिए वजह