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Coronavirus: पहले बताया गोपालगंज, फिर बरौनी के लिए भेज दी ट्रेन Dehradun News

देहरादून से गोपालगंज को जाने वाली ट्रेन आखिरी समय पर बरौनी भेज दी गई। इसलिए इस ट्रेन से जाने के लिए पंजीकरण कराने वाले कई यात्री गाड़ी में सवार ही नहीं हुए।

By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Published: Fri, 05 Jun 2020 12:44 PM (IST)Updated: Fri, 05 Jun 2020 12:44 PM (IST)
Coronavirus: पहले बताया गोपालगंज, फिर बरौनी के लिए भेज दी ट्रेन Dehradun News

देहरादून, जेएनएन। देहरादून से गोपालगंज को जाने वाली ट्रेन आखिरी समय पर बरौनी भेज दी गई। इसलिए इस ट्रेन से जाने के लिए पंजीकरण कराने वाले कई यात्री गाड़ी में सवार ही नहीं हुए। हालांकि जिला प्रशासन ने साफ किया बरौनी, गोपालगंज और सीवान जाने वाले यात्रियों की सुविधा को देखते हुए रूट में आंशिक परिवर्तन किया गया। गोपालगंज जाने वाले लोगों को सीवान जंक्शन उतार दिया जाएगा। बिहार सरकार ने भी सीवान से गोपालगंज तक यात्रियों को भेजने की जिम्मेदारी ली है। इसलिए ट्रेन को बरौनी भेजा गया।

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बिहार के श्रमिकों को भेजने के लिए श्रमिक स्पेशल को दून से रवाना किया गया। इस टेन से जाने के लिए बड़ी संख्या में श्रमिकों ने रजिस्ट्रेशन कराया। पहले यह ट्रेन गोपालगंज तक जानी थी। मगर ट्रेन रवाना होने से कुछ घंटे पहले इसका रूट बदल दिया गया। ट्रेन में बैठने के बाद यात्रियों को पता चला कि ट्रेन सीधे गोपालगंज न जाकर बरौनी जा रही है। 

इससे परेशान यात्री रेलवे स्टेशन पर अधिकारियों से पूछताछ करने लगे। अधिकारियों ने उन्हें बताया कि सीवान पहुंचने के बाद बिहार सरकार उन्हें गोपालगंज भेज देगी। मगर कई यात्री भ्रम में पड़ गए और ट्रेन में सवार ही नहीं हुए।

गोपालगंज निवासी सुरेंद्र बाबू ने बताया कि ट्रेन गोपालगंज जा रही है, यह सोचकर घर जा रहे थे। बरौनी गोपालगंज से 250 किमी दूर है। हम कैसे वहां से घर जाएंगे। उधर, स्टेशन निदेशक गणोश चंद ठाकुर ने बताया कि जिला प्रशासन ने पहले ट्रेन को गोपालगंज भेजने का शेड्यूल दिया था। गुरुवार सुबह जिसे बदलकर बरौनी कर दिया गया।

सीडीओ का तर्क 

देहरादून की सीडीओ नितिका खंडेलवाल के अनुसार, बिहार जाने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेन यदि सीवान से गोपालगंज जाती तो उसे फिर वापस सीवान आना पड़ता और फिर मुजफ्फरपुर व बरौनी तक के लोगों को छोड़ने जाती। गोपालगंज की सीवान से दूरी सिर्फ 40 किलोमीटर है। बिहार सरकार ने कह दिया था कि गोपालगंज के यात्रियों को सीवान में उतार दें और उन्हें आगे भेजने का इंतजाम कर दिया जाएगा।

श्रमिक स्पेशल से रवाना हुए 889 यात्री

देहरादून से बरौनी के लिए रवाना हुई श्रमिक स्पेशल ट्रेन से 889 यात्री रवाना हुए। इसके लिए 1152 यात्रियों ने पंजीकरण कराया था, लेकिन ट्रेन के रूट में बदलाव होने के कारण कुछ यात्री नहीं गए।

दून से 303 यात्री गए और 230 आए

देहरादून-नई दिल्ली जनशताब्दी एक्सप्रेस से 303 यात्री यहां से रवाना हुए, जबकि दिल्ली से देहरादून पहुंची जनशताब्दी एक्सप्रेस में 230 यात्री सवार थे। सुबह पांच बजे दून से नई दिल्ली जनशताब्दी एक्सप्रेस को रवाना किया गया। ट्रेन में 303 यात्री सवार थे। नियमानुसार 90 मिनट पहले यात्रियों को स्टेशन आना था, जबकि यात्रियों का आना देर रात शुरू हो गया था। 

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यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग के बाद शारीरिक दूरी का पालन करते हुए कोचों में बैठाया गया। उधर, गत रात 9.10 बजे नई दिल्ली-देहरादून जनशताब्दी एक्सप्रेस 230 यात्रियों को लेकर रेलवे स्टेशन पहुंची। यात्रियों को जांच के बाद संस्थागत क्वारंटाइन के लिए भेजा गया।

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