उत्तराखंड की आर्थिकी का अहम जरिया है पर्यटन, जानिए क्या-क्या हैं सुविधाएं
कुदरत ने उत्तराखंड को मुक्त हाथों से नेमत बख्शी है। सैर-सपाटे के साथ ही धार्मिक पर्यटन के लिहाज से भी यह खासा महत्वपूर्ण है।
By Edited By: Published: Tue, 12 May 2020 06:48 PM (IST)Updated: Wed, 13 May 2020 07:09 PM (IST)
देहरादून, राज्य ब्यूरो। कुदरत ने उत्तराखंड को मुक्त हाथों से नेमत बख्शी है। सैर-सपाटे के साथ ही धार्मिक पर्यटन के लिहाज से भी यह खासा महत्वपूर्ण है। ऐसे में पर्यटन का यहां की आर्थिकी का अहम जरिया होना लाजिमी है। देश के विभिन्न राज्यों से हर साल ही बड़ी तादाद में पर्यटक और तीर्थयात्री यहां पहुंचते हैं। सरकारी आंकड़े इसकी तस्दीक करते हैं। इनके मुताबिक हर साल औसतन 3.5 करोड़ से अधिक पर्यटक अन्य राज्यों से यहां आते हैं।
आर्थिक सर्वेक्षण 2019-20 के अनुसार इनमें भी 44.2 फीसद पर्यटक तीर्थयात्रा के लिए आते हैं, जबकि शेष यहां के दर्शनीय स्थलों के दीदार के साथ ही कुदरत के नजारों का लुत्फ उठाने को आते हैं। अनुमान लगाया गया है कि 2026 तक राज्य में कुल पर्यटक प्रवाह 6.7 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है। आर्थिकी में अहम योगदान को देखते हुए ही राज्य में पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है।
साथ ही साहसिक पर्यटन, वाटी स्पोटर्स, हेली स्कीइंग, पर्यावरण पर्यटन, वेलनेस टूरिज्म, होम स्टे जैसे कदमों को बढ़ावा देने की कसरत की जा रही है। हालांकि, मौजूदा संकट से पर्यटन गतिविधियां पूरी तरह ठप पड़ी हैं, लेकिन इससे उबरने को मंथन शुरू हो गया है। उम्मीद जताई जा रही कि परिस्थितियां सामान्य होने पर पर्यटन नए कलेवर में निखरकर आएगा।
पर्यटकों के लिए आवासीय सुविधा
सुविधा---------------संख्या---------बिस्तर क्षमता
निजी होटल-लॉज---5619--------164526
आश्रम-धर्मशाला-----895----------147530
सरकारी रेस्ट-गेस्ट हाउस, 339, 2515
टीआरएच-रैनबसेरा-यात्री निवास, 208, 7709
होम स्टे (दिसंबर 2019 तक)
जिला------------संख्या
देहरादून---------377
चमोली----------299
नैनीताल---------226
पिथौरागढ़-------218
उत्तरकाशी------210
टिहरी------------133
अल्मोड़ा---------126
रुद्रप्रयाग---------101
पौड़ी---------------60
बागेश्वर-----------56
हरिद्वार----------15
चंपावत-----------15
ऊधमसिंहनगर---06
गत वर्ष मुख्य धामों में आए यात्री
धाम----------देसी-------------विदेशी
बदरीनाथ----1244100------893
केदारनाथ----998956--------065
गंगोत्री--------529880---------454
यमुनोत्री------465111----------423
हेमकुंड साहिब--239910-----223
पर्यटन की मुख्य धुरियां
-धार्मिक, साहसिक, लेजर(आरामदेह), वेलनेस, पारिस्थितिकीय, वन्यजीव।
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