Top Dehradun News of the day, 16th February 2020: पूर्व सीएम हरीश रावत के सियासी पैंतरे पर भाजपा का पलटवार, टापू पर फंसे तीन पर्यटकों को पुलिस ने बचाया, जंगलों की आग पर काबू पाने को मिली 16 करोड़ की राशि
दून में तीन खबरें चर्चा में रहीं। पूर्व सीएम हरीश रावत के सियासी पैंतरे पर भाजपा का पलटवार टापू पर फंसे तीन पर्यटकों को पुलिस ने बचाया।
देहरादून, जेएनएन। देहरादून में रविवार को तीन खबरें चर्चा में रहीं। पहली, उत्तराखंड में सियासी अस्थिरता को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत की सियासी गुगली के चाहे जो निहितार्थ निकाले जाएं, लेकिन इसने सियासी हल्कों में हलचल तो मचा ही दी। वहीं, अचानक बढ़े जलस्तर से पश्चिम बंगाल के तीन पर्यटक टापू पर फंस गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने पर्यटकों को सकुशल बाहर निकाला। इधर, विषम भूगोल और 71.05 फीसद वन भूभाग वाले उत्तराखंड में इस फायर सीजन में 16 करोड़ की राशि से जंगलों की आग पर काबू पाया जाएगा।
पूर्व सीएम हरीश रावत के सियासी पैंतरे पर भाजपा का पलटवार
उत्तराखंड में सियासी अस्थिरता को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत की सियासी गुगली के चाहे जो निहितार्थ निकाले जाएं, लेकिन इसने सियासी हल्कों में हलचल तो मचा ही दी। सोशल मीडिया में शनिवार को दिनभर यह चर्चा के केंद्र में रहा। कांग्रेस जहां इसे लेकर चटखारे लेती रही, वहीं भाजपा ने जोरदार पलटवार किया। भाजपा सरकार और संगठन ने सियासी अस्थिरता व नेतृत्व परिवर्तन जैसी चर्चा को पूरी तरह खारिज किया। साथ ही कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपनी और अपने दल की चिंता करें, भाजपा में उसकी चिंता करने वाले बहुत लोग हैं।
टापू पर फंसे तीन पर्यटकों को पुलिस ने बचाया
ऋषिकेश के मुनिकीरेती थानाक्षेत्र में पूर्णानंद घाट के समीप गंगा का जलस्तर बढ़ने से यहां नदी के बीच एक उभार ने टापू का रूप ले लिया। अचानक बढ़े जलस्तर से पश्चिम बंगाल के तीन पर्यटक टापू पर फंस गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने पर्यटकों को सकुशल बाहर निकाला।
जंगलों की आग पर काबू पाने को मिली 16 करोड़ की राशि
विषम भूगोल और 71.05 फीसद वन भूभाग वाले उत्तराखंड में इस फायर सीजन में 16 करोड़ की राशि से जंगलों की आग पर काबू पाया जाएगा। शासन से यह राशि अवमुक्त होने के बाद वन महकमे ने इसे जिलों को जारी भी कर दिया है। आग के लिहाज से नैनीताल, रुद्रप्रयाग व अल्मोड़ा जिलों को सर्वाधिक संवेदनशील माना गया है। इसी के दृष्टिगत इन दोनों जिलों को सर्वाधिक बजट जारी किया गया है।