Move to Jagran APP

शकूर हत्याकांड में मास्टरमाइंड समेत तीन और गिरफ्तार Dehradun News

साढ़े चार सौ क्रिप्टो करेंसी के मालिक अब्दुल शकूर की हत्या में मास्टरमाइंड समेत तीन और को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। तीनों केरल से देहरादून कोर्ट में आत्मसमर्पण करने पहुंचे थे।

By BhanuEdited By: Published: Thu, 28 Nov 2019 01:17 PM (IST)Updated: Thu, 28 Nov 2019 08:44 PM (IST)
शकूर हत्याकांड में मास्टरमाइंड समेत तीन और गिरफ्तार Dehradun News
शकूर हत्याकांड में मास्टरमाइंड समेत तीन और गिरफ्तार Dehradun News

देहरादून, जेएनएन। साढ़े चार सौ क्रिप्टो करेंसी के मालिक अब्दुल शकूर की हत्या में मास्टरमाइंड समेत तीन और को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। तीनों पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए केरल से देहरादून कोर्ट में आत्मसमर्पण करने पहुंचे थे। जहां पुलिस ने तीनों को कोर्ट के बाहर से दबोच लिया। तीनों को कोर्ट में पेश कर दिया। जहां से सभी को सुद्धोवाला जिला कारागार भेज दिया गया। इस सनसनीखेज वारदात को शकूर के ही दस दोस्तों अंजाम दिया था, जिसमें से सात की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है। 

loksabha election banner

एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि बीते 28 अगस्त की रात चार युवक एक कार से एक युवक को अचेत अवस्था में लेकर मैक्स अस्पताल पहुंचे। यहां चिकित्सकों ने जब उसे मृत घोषित कर दिया तो सभी वहां से फरार हो गए। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू की। तब युवक की पहचान अब्दुल शकूर निवासी केरल के रूप में हुई। 

शकूर के बारे में केरल की क्राइम ब्रांच से संपर्क किया गया तो चौंकाने वाली बात पता चली। दरअसल शकूर क्रिप्टो करेंसी का कारोबार करता था। उसके पास केरल समेत दक्षिण भारत के तमाम उद्योगपतियों और रसूखदार लोगों ने निवेश कर रखा था। इस तरह उसके पास 450 करोड़ रुपये की क्रिप्टो करेंसी जमा हो गई थी, लेकिन देनदारी से बचने के लिए वह भूमिगत हो गया। 

वहीं, निवेशकों ने जब दबाव बनाना शुरू किया तो शकूर के दस दोस्तों ने षडयंत्र रचना शुरू कर दिया। तय योजना के तहत उसे देहरादून लेकर आए। यहां क्रिप्टो करेंसी का पासवर्ड बताने के लिए शकूर को बुरी तरह से प्रताड़ित किया, जिससे उसकी मौत हो गई। 

हत्याकांड में शामिल मोहम्मद अरशद निवासी ग्राम वेन्यूर, शिहाब पुत्र इब्राहिम निवासी ग्राम परमबील वेन्यूर व मुनीफ निवासी ग्राम चक्कारिकल चेलारी पोस्ट व थाना तिरूरगाड़ी चंबाड़ जिला मल्लापुर केरल देहरादून में अदालत में आत्मसमर्पण करने पहुंचे थे। जहां तीनों को मुखबिर की सूचना पर कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार कर लिया गया।

अरशद ने रची थी हत्याकांड की साजिश

अरशद अब्दुल शकूर का सबसे विश्वसनीय दोस्त था। अरशद की नीयत में खोट इसलिए आया कि उसे लगा कि साढ़े चार सौ करोड़ रुपये की क्रिप्टो करेंसी को शकूर अकेले डकारना चाह रहा है। इस पर उसने शकूर कोर टीम के बाकी के नौ सदस्यों को करोड़पति बनाने का लालच देकर अपने साथ मिला लिया। 

इसके बाद वह देहरादून घुमाने के बहाने शकूर को यहां ले आया। अरशद व उसके दोस्त शकूर को लेकर 12 अगस्त को देहरादून पहुंचे थे। यहां अमानवीय यातनाएं देकर शकूर से पासवर्ड जानने की कोशिश की, लेकिन शकूर ने जुबान नहीं खोली। 28 अगस्त को उसकी हत्या कर दी गई। 

यह भी पढ़ें: बिटक्वाइन कंपनी के मालिक शकूर की हत्या का आरोपित यासीन गिरफ्तार Dehradun News

लैपटॉप में छिपा है 450 करोड़ का राज

पुलिस ने अरशद के कब्जे से शकूर का लैपटॉप भी बरामद कर लिया है। इस लैपटॉप में 450 करोड़ रुपये की क्रिप्टो करेंसी के साथ उन लोगों के नाम ह्रैं, जिन्होंने शकूर के पास क्रिप्टो करेंसी में निवेश कर रखा है। पुलिस साइबर एक्सपर्ट की मदद से इसमें छिपे राज जानने की कोशिश करेगी।

यह भी पढ़ें: बिटक्वाइन कंपनी के मालिक शकूर हत्याकांड का मुख्य आरोपित गिरफ्तार Dehradun News


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.