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तीन फुटबॉलर बेटियों ने बढ़ाया उत्तराखंड का मान, जानिए इनके बारे में

उत्तरकाशी के मनेरा स्टेडियम में प्रशिक्षण ले रही तीन बेटियों का चयन नेशनल फुटबाल कैंप के लिए हुआ है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Thu, 23 Jan 2020 06:30 PM (IST)Updated: Thu, 23 Jan 2020 06:30 PM (IST)
तीन फुटबॉलर बेटियों ने बढ़ाया उत्तराखंड का मान, जानिए इनके बारे में
तीन फुटबॉलर बेटियों ने बढ़ाया उत्तराखंड का मान, जानिए इनके बारे में

उत्तरकाशी, जेएनएन। सीमांत जिला उत्तरकाशी के मनेरा स्टेडियम में प्रशिक्षण ले रही तीन बेटियों का चयन नेशनल फुटबाल कैंप के लिए हुआ है। इसके बाद ये बेटियां भारतीय महिला फुटबॉल टीम का हिस्सा बनेंगी। तीनों ही राष्ट्रीय स्तर तक अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर चुकी हैं। 

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खेल विभाग के जिला मुख्यालय स्थित मनेरा स्टेडियम में वर्ष 2015 में महिला फुटबॉल आवासीय हॉस्टल शुरू हुआ था। वर्ष 2016 से इस हॉस्टल में 12 बेटियों ने फुटबॉल का प्रशिक्षण लेना शुरू किया। वर्तमान में यहां 20 बेटियां उप क्रीड़ाधिकारी और फुटबॉल कोच निधि बिंजोला से फुटबॉल की बारीकियां सीख रही हैं। वर्ष 2016 में इन्होंने ने उत्तरकाशी को स्कूल बालिका सुब्रतो कप भी दिलाया।

इससे उत्तरकाशी को फुटबॉल में राज्य स्तर पर पहचान मिली। हाल ही में आंध्र प्रदेश में आयोजित स्कूल नेशनल में भी इन बेटियों ने बेहतर प्रदर्शन किया। फुटबॉल कोच निधि बिंजोला कहती हैं कि उनके लिए इससे ज्यादा खुशी की बात और कोई नहीं कि जिन बच्चों को वह प्रशिक्षण दे रही हैं, उनका चयन नेशनल कैंप के लिए हुआ है।  

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इन बेटियों का हुआ चयन 

-पल्लवी रावत (रुद्रपुर)। 

सुब्रतो इंटरनेशनल कप-2016, तीन अंडर-14 नेशनल, दो स्कूल नेशनल और एक अंडर-19 नेशनल में प्रतिभाग किया। 

-आदिति परमार (चिन्यालीसौड़- उत्तरकाशी)। 

सुब्रतो इंटरनेशनल कप-2016, तीन अंडर-14 नेशनल और दो स्कूल नेशनल में प्रतिभाग किया। 

-दीया राणा (मुनस्यारी-पिथौरागढ़)। 

अंडर-19 नेशनल, दो स्कूल नेशनल, और अंडर-14 नेशनल में प्रतिभाग किया। 

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जिलाधिकारी आशीष चौहान कहते हैं कि उत्तरकाशी के मनेरा हॉस्टल से तीन बेटियों का चयन नेशनल फुटबॉल कैंप के लिए होना जिला और राज्य के लिए बड़ी उपलब्धि है। पूर्व में मैंने फुटबॉल कोच को एक लक्ष्य दिया था, जिससे प्रशिक्षण लेने वाली बेटियों के खेल में आमूलचूल सुधार आ सके। खुशी की बात है कि कोच इसमें सफल रहीं। 

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