टिहरी: थौलधार विकासखंड मुख्यालय को जीर्ण-शीर्ण भवन से मिलेगी निजात, नए भवन का निर्माण शुरू
थौलधार विकासखंड मुख्यालय को जल्द ही नया भवन मिलने से कार्यालय संचालन की समस्या से निजात मिल जाएगी। नए भवन निर्माण का कार्य शुरू होने से पंचायत प्रतिनिधियों के साथ ही कर्मचारियों को भी अब सुविधा मिल सकेगी।
संवाद सूत्र, कंडीसौड़ (नई टिहरी )। जीर्ण-शीर्ण भवन में संचालित हो रहे थौलधार विकासखंड मुख्यालय को जल्द ही नया भवन मिलने से कार्यालय संचालन की समस्या से निजात मिल जाएगी। नए भवन निर्माण का कार्य शुरू होने से पंचायत प्रतिनिधियों के साथ ही कर्मचारियों को भी अब सुविधा मिल सकेगी।
पंचायतराज अधिनियम लागू होने के साथ 1961 में टिहरी जिले के थौलधार विकासखंड का गठन हो गया था। तब विकासखंड मुख्यालय टिहरी स्थित पुराना बस अड्डे में बनाया गया था। 1962 में पंचायत चुनाव के बाद देवानंद सकलानी प्रथम ब्लाक प्रमुख बने थे। थौलधार केंद्र बिंदु होने के बावजूद सुदूरवर्ती क्षेत्र में स्थित होने के कारण 1963 में बहुमत के आधार पर छाम बाजार के ऊपर कण्डी गांव की सीमा में विकासखंड मुख्यालय के लिए जमीन चिह्नित की गई। 1970 में तत्कालीन जरूरत के अनुरूप भवन निर्माण पूर्ण होने के साथ विधिवत संचालन शुरू हुआ। उस समय विकासखंड में मात्र 41 ग्राम पंचायत थी।
वर्तमान में त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था के अन्तर्गत विकासखंड में 93 ग्राम पंचायत, 34 क्षेत्र पंचायत वार्ड एवं चार जिला पंचायत वार्ड हैं। पुराने जीर्ण शीर्ण भवन में कार्यालय सहित अन्य व्यवस्थाओं, पंचायत चुनाव आदि में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।पूर्व प्रमुख जोत सिंह बिष्ट ने पंचायत प्रतिनिधियों के अंश और विभिन्न निधियों से अपने 2003-2008 के कार्यकाल में साढ़े इकत्तीस लाख की लागत से क्षेत्र पंचायत सभागार और गेस्टहाउस, जिसमें अब तहसील संचालित हो रही है का निर्माण करवाकर कुछ राहत का प्रयास किया था।
अब सरकार द्वारा नए भवन के लिए लगभग 369 लाख रुपये स्वीकृत कर भवन निर्माण कार्य आरंभ कर दिया गया है, जिसे भविष्य की जरूरत के अनुरूप लगभग ढाई सौ सदस्यों की क्षमता के साथ बनाया जा रहा है, जिससे सभी पंचायत प्रतिनिधियों और कर्मचारियों में उत्साह है। ब्लाक प्रमुख प्रभा बिष्ट का कहना है कि विकासखंड कार्यालय संचालन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।अब राहत मिलने की उम्मीद बंधी है। इसके लिए राज्य सरकार का आभार प्रकट करते हैं।
खंड विकास अधिकारी दुर्गा प्रसाद थपलियाल का कहना है कि कार्यालय भवन जीर्ण शीर्ण हो गया था। बारिश में भवन टपकने से एवं दुर्घटना की आशंका से काम प्रभावित हो रहा था। पंचायत प्रतिनिधियों की संख्या बढ़ने से समुचित व्यवस्था बनाने में भारी परेशानी हो रही थी। अब जल्द समस्या का समाधान हो जाएगा। कार्यदायी संस्था, ग्रामीण निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता युवराज सिंह का कहना है कि नए भवन निर्माण का कार्य तेज गति से प्रारंभ कर दिया गया है। एक वर्ष में भवन तैयार कर विभाग को उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है।
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