कोविड में अनाथ हुए छात्रों की मदद को आगे आया यह चिकित्सा शिक्षा विवि, निश्शुल्क प्रदान करेगा शिक्षा
कोरोना महामारी में अनाथ हुए छात्र-छात्राओं की मदद के लिए एचएनबी चिकित्सा शिक्षा विवि ने भी हाथ बढ़ाया है। विवि ऐसे अनाथ छात्र-छात्राओं को निश्शुल्क शिक्षा प्रदान करेगा। विवि के कुलपति प्रो. हेमचंद्र ने इस संर्दभ में विश्वविद्यालय से संबद्ध कालेजों के निदेशकों व प्राचार्यों के साथ वर्चुअल बैठक की।
जागरण संवाददाता, देहरादून: कोरोना महामारी में अनाथ हुए छात्र-छात्राओं की मदद के लिए एचएनबी चिकित्सा शिक्षा विवि ने भी हाथ बढ़ाया है। विवि ऐसे अनाथ छात्र-छात्राओं को निश्शुल्क शिक्षा प्रदान करेगा। विवि के कुलपति प्रो. हेमचंद्र ने इस संर्दभ में गुरुवार को विश्वविद्यालय से संबद्ध कालेजों के निदेशकों व प्राचार्यों के साथ वर्चुअल बैठक की। उन्होंने सभी मेडिकल, नर्सिंग व पैरामेडिकल संस्थानों के प्राचार्यों को कोविड-19 की रोकथाम के लिए दिए जा रहे सहयोग व कार्यों की सराहना की।
कुलपति ने कहा कि कोरोना से अब तक राज्य में साढ़े छह हजार मरीजों की मौत हो चुकी है। वर्तमान में भी कोरोना के 25 हजार के लगभग एक्टिव केस हैं। वर्तमान में चिकित्सा शिक्षा विवि से संबद्ध कालेजों में आठ हजार के करीब मेडिकल, नर्सिंग व पैरामेडिकल के छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। कोविड महामारी के कारण कई छात्र-छात्राओं के माता-पिता की मौत हो चुकी है। ऐसे अनाथ छात्र-छात्राओं को विवि अध्ययन शुल्क में सहयोग करेगा। उन्होंने कहा कि संबद्ध कालेज ऐसे अभ्यर्थियों की हर संभव मदद करें। उनके लिए निश्शुल्क विशेष शिक्षा का प्रावधान किया जाए।
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कुलपति ने कहा संबद्ध कालेज ऐसे छात्र-छात्राओं को चिन्हित कर उनकी सूची अगले दस दिन में विवि को उपलब्ध कराएं। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि कोविड महामारी से उत्पन्न आर्थिक स्थिति के कारण किसी भी छात्र-छात्रा की पढ़ाई में व्यवधान न पड़े और किसी भी छात्र पर अतिरिक्त व्यय का बोझ न पड़े।
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