अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस: उत्तराखंड की इन बेटियों पर हमें नाज, पढ़िए पूरी खबर
उत्तराखंड की बेटियां खेल के क्षेत्र में भी बेटों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। उत्तराखंड में ऐसी बेटियों की फेहरिस्त बेहद लंबी है जिन्होंने अपने दम पर सफलता हासिल की है।
देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड की बेटियां खेल के क्षेत्र में भी बेटों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। शायद ही ऐसा कोई खेल हो, जहां बेटियों ने अपनी चमक नहीं बिखेरी हो। उत्तराखंड में ऐसी बेटियों की फेहरिस्त बेहद लंबी है, जिन्होंने अपने दम पर सफलता हासिल की है। यहां की बेटियां विश्व भर में सफलता के शीर्ष पर परचम लहरा रही हैं। बात चाहे साहसिक खेलों की हो या इंडोर खेलों की। उत्तराखंड की बेटियां सभी जगह हावी हैं। साहसिक खेलों को बढ़ावा देने का जिम्मा उत्तराखंड की जुड़वा बहने ताशी-नुंग्शी उठा रही हैं। इसके अलावा क्रिकेट, बैडमिंटन, एथलेटिक्स समेत अन्य खेलों में उत्तराखंड की बेटियां अपनी चमक बिखेर रहीं हैं।
इन बेटियों ने खेलों में किया नाम रोशन
मानसी नेगी, एथलेटिक्स
- चमोली निवासी महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में कोच अनूप बिष्ट से ट्रेनिंग लेती हैं। -प्रथम खेलों इंडिया स्कूल गेम्स में तीन किमी वाक में प्रथम स्थान
- नॉर्थ जोन जूनियर एथलेटिक्स 2018 में तीन किमी वाक में स्वर्ण पदक
- नेशनल यूथ जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पांच किमी वाक में कांस्य पदक
- 17वीं फेडरेशन कप नेशनल जूनियर चैंपियनशिप की दस हजार मीटर रेस में कांस्य पदक
राधा, एथलेटिक्स
- मसूरी, निवासी स्पोर्ट्स कॉलेज एक्सीलेंस विंग में कोच अनूप बिष्ट से ट्रेनिंग ले रही हैं। -63वीं स्कूल गेम्स 1500 मीटर दौड़ में कांस्य पदक जीता
- नॉर्थ जोन जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप 1500 मीटर में रजत पदक
- 34वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 1500 मीटर दौड़ में कांस्य पदक -17वीं फेडरेशन कप नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में कांस्य पदक
कुहू गर्ग, बैडमिंटन
- सर्वाधिक रैंकिंग
- नेशनल मिक्स डबल्स : 01
- बीडब्ल्यूएफ मिक्स डबल्स : 34
- देहरादून निवासी कुहू गर्ग ने 2007 से बैडमिंटन खेलना शुरू किया।
- उत्तराखंड से वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में प्रतिभाग करने वाली पहली खिलाड़ी
- एक साल में दो अंतरराष्ट्रीय खिताब जीतने का कीर्तिमान।
- आइसलैंड इंटरनेशनल 2018 के मिक्स डबल्स में स्वर्ण पदक।
- लागोस इंटरनेशनल चैलेंज 2018 के वीमेन डबल्स में स्वर्ण पदक।
- हेलास इंटरनेशनल सीरीज 2017 में मिक्स डबल्स में स्वर्ण पदक।
- टाटा इंटरनेशनल चैलेंज में रजत पदक।
- लागोस के टूर्नामेंट के ही मिक्स डबल्स में रजत पदक।
- इंडिया इंटरनेशनल सीरीज के मिक्स डबल्स में रजत पदक।
- 2016 में मॉरिशस इंटरनेशनल सीरीज के मिक्स डबल्स में कास्य पदक।
- स्वीडिश इंटरनेशनल 2018 के मिक्स डबल्स में कास्य पदक।
- सीनियर नेशनल चैंपियनशिप के मिक्स डबल्स में रजत पदक।
आन्या चौहान, बैडमिंटन
- देहरादून निवासी आन्या खेलों इंडिया स्कोलरशिप से साई हैदराबाद में ट्रेनिंग ले रही हैं। -ऑल इंडिया रैंकिंग टूर्नामेंट 2019, मणिपुर के अंडर-15 युगल वर्ग में कांस्य पदक
- ऑल इंडिया रैंकिंग टूर्नामेंट 2019, गुवहाटी में अंडर-15 युगल वर्ग में कांस्य व मिश्रित युगल वर्ग में कांस्य पदक जीता।
- ऑल इंडिया सब जूनियर रैंकिंग टूर्नामेंट, हैदराबाद 2018 के अंडर-15 युगल वर्ग में रजत पदक
- ऑल इंडिया सब जूनियर रैंकिंग टूर्नामेंट, छत्तीसगढ़ 2018 के युगल वर्ग में रजत पदक। -2018 में युगल वर्ग में भारत में प्रथम रैंक -2019 में युगल वर्ग में दूसरे स्थान पर काबिज
मानसी जोशी, क्रिकेटर
- उत्तरकाशी निवासी मानसी घरेलू क्रिकेट में हरियाणा से खेलती हैं।
- उनकी बचपन में एथलेटिक्स में भी रूचि रही।
- 26 नवंबर 2016 को बांग्लादेश के खिलाफ टी-20 फार्मेट में पदार्पण
- अपने दूसरे मैच में ही प्लेयर ऑफ द मैच का कीर्तिमान उनके नाम रहा
- 10 फरवरी 2017 को आयरलैंड टीम के खिलाफ दिवसीय मैच में पदार्पण
- मात्र 25 रन देकर तीन विकेट लेने का कीर्तिमान।
एकता बिष्ट, क्रिकेटर
- अल्मोड़ा निवासी ने छह साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया।
- घरेलू क्रिकेट में 2012 से रेलवे टीम से जुड़ी हुई हैं।
- 23 जून 2011 को आस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 क्रिकेट में पदार्पण।
- दिवसीय क्रिकेट में आस्ट्रेलिया के खिलाफ दो जुलाई 2011 को पदार्पण।
- तीन अक्टूबर को श्रीलंका के खिलाफ लगातार तीन विकेट लेकर हैट्रिक लगाई
- एक दिवसीय मैच में दो बार पांच विकेट लेने का कीर्तिमान रचा, जिसमें एक पाकिस्तान के खिलाफ।
- आठ रन देकर पांच विकेट चटकाने का रिकार्ड।
- दिसंबर 2017 में टी-20 व दिवसीय टीम की प्लेयर ऑफ द ईयर चुनी गई।
- 2017 में उत्तराखंड सरकार ने खेल रत्न अवार्ड के लिए नामित किया।
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वंदना कटारिया, हॉकी
- हरिद्वार निवासी ने 2002 में खो-खो खेल से शुरुआत की।
- 2006 में जूनियर इंटरनेशनल स्पर्धा से शुरुआत की।
- 2010 में सीनियर राष्ट्रीय टीम में जगह बनाई।
- 2013 में जर्मनी में हुए जूनियर विश्व कप में कांस्य पदक।
- जूनियर विश्व कप में सबसे अधिक गोल दागने का रिकार्ड, चार खेल में पांच गोल।
- 2014 राष्टमंडल खेलों में 100वीं ट्रॉफी जीती। वर्तमान में भारत की राष्ट्रीय टीम से खेल रही हैं और 120 मैचों में 35 गोल दागे हैं।
- रेलवे क्लब से हॉकी खेलती है।
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