चुनाव न होने से कॉलेज परिसर बदरंग होने से बचे, छात्रसंघ कार्यकारिणी दूसरे साल भी रहेगी प्रभावी
कोरोना वायरस संक्रमण से हुए लॉकडाउन के चलते मार्च से बंद प्रदेश के महाविद्यालय और विश्वविद्यालयों में इस साल छात्र संघ चुनाव की संभावना नहीं है। प्रदेश के 105 राजकीय महाविद्यालय और 18 सहायता प्राप्त अशासकीय महाविद्यालयों की वर्तमान छात्र संघ कार्यकारिणी दूसरे वर्ष भी प्रभावी होगी।
देहरादून, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमण से हुए लॉकडाउन के चलते मार्च से बंद प्रदेश के महाविद्यालय और विश्वविद्यालयों में इस साल छात्र संघ चुनाव की संभावना नहीं है। प्रदेश के 105 राजकीय महाविद्यालय और 18 सहायता प्राप्त अशासकीय महाविद्यालयों की वर्तमान छात्र संघ कार्यकारिणी दूसरे वर्ष भी प्रभावी होगी। दीपावली के बाद भी उच्च शिक्षा संस्थान खुलने की संभावना कम ही है। छात्र संघ चुनाव न होने से इस बार कॉलेज परिसर बदरंग होने से बच गए हैं।
प्रदेश के सबसे बड़े डीएवी पीजी कॉलेज लाखों रुपये के बैनर पोस्टर से पटा रहता था। इतना ही नहीं शहर के चौक-चौराहों पर भी छात्र संघों के बैनर और पोस्टरों की भरमार देखी जाती थी जो इस बार नहीं हैं। वर्ष 2018 में राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी कॉलेजों में एक ही दिन छात्र संघ चुनाव करवाने का नियम बनाया। इसके बाद दो बार छात्र संघ चुनाव संपन्न करवाए जा चुके हैं, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के कारण अभी तक के हालातों को देखते हुए चुनाव की संभावना नहीं है।
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया, आर्यन, सत्यम शिवम और निर्दलीय छात्र नेता भी मान रहे हैं कि इस बार छात्र संघ चुनाव के लिए समय नहीं बचा हुआ है। इसकी वजह भी है कि देश में आज भी प्रतिदिन 40 हजार के करीब कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं ऐसे में शिक्षा संस्थान खोलने का सरकार रिस्क नहीं लेना चाहती है। प्रदेश में श्रीदेव सुमन विवि, कुमाऊं विवि और हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि से संबद्ध कॉलेजों में छात्र संघ चुनाव होते है।
डीएवी पीजी कॉलेज के छात्र संघ अध्यक्ष निखिल शर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल में शरीरिक दूरी नियम बेहद जरूरी है। ऐसे में छात्र संघ चुनाव फिलहाल संभव नहीं हैं। वर्ष 2019 में चुने गए छात्र संघ अपना काम रह रहा है। सबका उद्देश्य छात्र हित ही हैं। वहीं, एनएसयूआइ के प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी ने कहा, कोरोना संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है। ऐसे में कॉलेजों में छात्र संघ चुनाव के नाम पर छात्रों की भीड़ जमा करना खतरे से खाली नहीं है, लेकिन छात्र संघ चुनाव को लेकर सरकार को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए, जिससे छात्र दुविधा में न रहें।
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वहीं, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि सरकार की प्राथमिकता कॉलेज और विवि खुलवाना है। छात्र संघ चुनाव को लेकर अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। कोरोना संक्रमण के कारण उच्च शिक्षा संस्थान बंद है। सरकार की कोशिश है कि पहले कक्षाओं में पढ़ाई प्रारंभ हो।
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