उखड़ गई टाइल्स, प्लेटफार्म पर उगी घास
करीब साल भर पहले रायवाला जंक्शन का सुधरीकरण हुआ नया प्लेटफार्म और फुट ओवर ब्रिज भी बना लेकिन स्टेशन का सूरतेहाल निर्माण कार्यों में हुई झोलझाल की कहानी खुद बयां कर रहा है।
संवाद सूत्र, रायवाला: करीब साल भर पहले रायवाला जंक्शन का सुधरीकरण हुआ, नया प्लेटफार्म और फुट ओवर ब्रिज भी बना, लेकिन स्टेशन का सूरतेहाल निर्माण कार्यों में हुई झोलझाल की कहानी खुद बयां कर रहा है। स्टेशन पर तमाम जगह टाइल उखड़ चुकी हैं और प्लेटफार्म पर घास उगी हुई है।
रायवाला जंक्शन से प्रतिदिन देहरादून व ऋषिकेश के लिए 40 से अधिक ट्रेन गुजरती हैं। सैकड़ों यात्री इस जंक्शन से ट्रेन में चढ़ते उतरते हैं। यात्रा सीजन के दौरान तो जंक्शन यात्रियों से खचाखच भरा रहता है, बावजूद इसके स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का बुरा हाल है। कहने को हर प्लेटफार्म पर पानी के नल लगे हैं, लेकिन पानी कहां से आएगा जब नलों से टोंटी ही गायब हैं। यहां यात्रियों के लिए पीने के पानी की कोई सुविधा नहीं है। बदहाली का आलम यह है कि स्टेशन पर कई जगह टाइल्स उखड़ गई है। साफ सफाई तो शायद ही कभी होती हो। स्टेशन के बाहर व भीतर कई जगह कूड़े कचरे के ढेर लगे रहते हैं। हां, कभी रेलवे के किसी बड़े अधिकारी का दौरा या वीआइपी मूवमेंट हो तब चंद दिनों के लिए स्टेशन की सूरत बदल दी जाती। वहीं जंक्शन पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी नहीं हैं। ऐसे में अक्सर यात्रियों के बीच असामाजिक तत्व भी घुस जाते हैं। जंक्शन पर साधु वेशधारी नशेड़ियों का जमावड़ा देखा जा सकता है। पास ही सैन्य छावनी होने से सेना के लिए इस स्टेशन का सामरिक महत्व भी है। वहीं डीआरएम मुरादाबाद मंडल अजय नंदन का कहना है कि वह जल्द ही स्टेशन का निरीक्षण करेंगे। अगर व्यवस्था में ढर्रे में नहीं है तो उन्हें दुरुस्त किया जाएगा।