पीड़िता और पिता के मजिस्ट्रेटी बयान दर्ज
सामूहिक दुष्कर्म की वारदात सामने आने के चौथे दिन पीड़िता छात्रा और उसके पिता के मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज हुए। दोनों के बयान में घटना की पुष्टि होने के साथ पुलिस ने मामले की विवेचना भी आरंभ कर दी है।
- बुधवार को बंद कमरे में दोपहर तीन बजे से शाम पांच बजे तक दर्ज हुए बयान
- अब दुष्कर्म के आरोपितों के डीएनए सैंपल लेने के लिए पुलिस कोर्ट में देगी अर्जी
जागरण संवाददाता, देहरादून: सामूहिक दुष्कर्म की वारदात सामने आने के चौथे दिन पीड़िता छात्रा और उसके पिता के मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज हुए। दोनों के बयान में घटना की पुष्टि होने के साथ पुलिस ने मामले की विवेचना भी आरंभ कर दी है।
बता दें कि भाऊवाला स्थित बोर्डिग स्कूल की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आने के बाद हड़कंप मच गया था। इस वारदात में पुलिस ने मुकदमा दर्ज होने के चंद घंटे के ही भीतर सोमवार को स्कूल की निदेशक लता गुप्ता, प्रधानाचार्य जितेंद्र शर्मा, प्रशासनिक अधिकारी दीपक मल्होत्रा व उसकी पत्नी तन्नू व आया मंजू तथा छात्र सर्वजीत को गिरफ्तार कर लिया था। मंगलवार को छात्रा का मेडिकल कराने के बाद आरोपितों को कोर्ट में पेश करने और जेल भेजने में ही दिन गुजर गया। ऐसे में मंगलवार को छात्रा का मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज नहीं हो सके थे। ऐसे में बुधवार को सहसपुर पुलिस एक बार फिर कोर्ट पहुंची। यहां सीजेएम ने न्यायिक मजिस्ट्रेट मंजू सिंह को छात्रा का बयान लेने के लिए नामित किया। दोपहर तीन बजे से बंद कमरे में छात्रा के बयान शुरू हुए, जो शाम पांच बजे तक चला। इस दौरान छात्रा ने 14 अगस्त से लेकर बीते रविवार तक हुए घटनाक्रम के बारे में सिलेसिलेवार बताया। वहीं छात्रा के पिता ने भी मजिस्ट्रेट को बताया कि किस तरह उन्हें घटना का पता चला और फिर मामले में मुकदमा दर्ज कराया।